रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर पिछले दो सत्रों की तरह इस बार भी इंडियन प्रीमियर लीग में अच्छी शुरुआत करने में नाकाम रही है। कप्तान विराट कोहली की कप्तानी में इस टीम को अभी तक खेले सभी 6 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है।
यह शायद रॉयल चैलेंजर्स का अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है। अब प्लेऑफ की दौड़ में बने रहने के लिए कोहली सेना को बाकी बचे सभी 8 मैच जीतने होंगे। लेकिन जहां लगातार हारने से टीम के मनोबल पर असर पड़ा है वहीं टीम प्रबंधन भी अपनी बेहतरीन प्लेइंग इलेवन चुनने के लिए भ्रम की स्थिति में है।
इसके पीछे जिम्मेदार उनके कप्तान विराट कोहली हैं जिन्होंने अभी तक अपने आप को एक आईपीएल कप्तान के रूप में साबित नहीं किया है। मार्कस स्टोइनिस और टिम साउदी जैसे बड़े खिलाड़ियों को शामिल करने से यह टीम कागजों पर तो मजबूत नज़र आती है लेकिन हकीकत तो यह है कि रॉयल चैलेंजर्स इस सीज़न में एकमात्र ऐसी टीम है जिसने अभी तक जीत का स्वाद नहीं चखा है।
तो आइए ऐसे चार खिलाड़ियों पर एक नज़र डालें जो अभी तक के आरसीबी के लचर प्रदर्शन का कारण बने हैं:
#3. उमेश यादव
उमेश यादव भारत की टेस्ट टीम के प्रतिष्ठित खिलाड़ी हैं। लेकिन यह तेज गेंदबाज टी-20 प्रारूप में प्रभावशाली गेंदबाज़ी करने में नाकाम रहे हैं।
इससे पहले हमने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज़ में भी उन्हें बेहद लचर गेंदबाज़ी करते देखा था। जहां तक आईपीएल की बात है तो पिछले सीज़न में दाएं हाथ के तेज गेंदबाज़ का प्रदर्शन काफी बेहतर रहा था लेकिन इस बार वह अपने प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रहे हैं।
उमेश ने अब तक इंडियन प्रीमियर लीग में आरसीबी के लिए 4 मैचों में सिर्फ 2 विकेट हासिल किए हैं। जयपुर में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच में उन्होंने सिर्फ 3.5 ओवर में 40 रन लुटा डाले थे। इसलिए उनके हालिया फॉर्म को देखते हुए उमेश को प्लेइंग इलेवन से भी बाहर कर दिया गया है।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज़ स्पोर्ट्सकीड़ा पर पाएं
#2. शिमरोन हिटमायर
वेस्टइंडीज़ के विस्फोटक बल्लेबाज शिमरोन हिटमायर को जब आरसीबी ने आईपीएल नीलामी में खरीदा था तो उन पर टीम के मध्य-क्रम को मजबूती प्रदान करने की ज़िम्मेदारी थी लेकिन वह अभी तक अपने रंग में नहीं दिखे हैं।
हमने पिछले सत्रों में देखा है की रॉयल चैलेंजर्स की हार का मुख्य कारण मध्य-क्रम की कमज़ोरी रही है। पिछले साल वेस्टइंडीज के भारत दौरे पर हिटमायर स्टार खिलाड़ी बनकर उभरे थे। उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए ही बैंगलोर फ्रैंचाइज़ी ने उनपर भरोसा दिखाया था लेकिन अभी तक उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है।
अभी तक खेले 4 मैचों में उन्होंने सिर्फ 15 रन बनाए हैं जिसकी उम्मीद आरसीबी के क्रिकेट प्रशंसकों को बिल्कुल भी नहीं होगी। सबसे खास बात यह है कि इन 4 मैचों के दौरान विंडीज़ बल्लेबाज़ ने तीन अलग-अलग बल्लेबाज़ी क्रमों पर बल्लेबाजी की लेकिन फिर भी वह अपनी फॉर्म हासिल करने में नाकाम रहे।
उनकी हालिया फॉर्म को देखते हुए कप्तान विराट कोहली ने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ मैच में उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल करने का जोखिम नहीं उठाया।
#1. कॉलिन डी ग्रैंडहोम
कप्तान विराट कोहली को अभी तक अपनी सर्वश्रेष्ठ परफेक्ट प्लेइंग नहीं मिली है जो उन्हें प्लेऑफ में पहुँचा सके। इसका सबसे बड़ा कारण है टीम में किसी अदद आलराउंडर की कमी।
एक ऐसा आलराउंडर जो निचले क्रम में आकर ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी कर सके और मध्य-ओवरों में रनों पर अंकुश लगाने के साथ-साथ विकेट भी निकाल सके।
वर्तमान में, कॉलिन डी ग्रैंडहोम और मार्कस स्टोइनिस आरसीबी के दो सीमर ऑलराउंडर हैं। आईपीएल 2019 के शुरुआती मैचों के दौरान स्टोइनिस उपलब्ध नहीं थे, जबकि ग्रैंडहोम को उनकी अनुपस्थिति में खेलने का मौका दिया गया था। लेकिन वह इस मौके को भुनाने में नाकाम रहे और 4 मैचों में रन बनाने के लिए संघर्ष करते दिखे जबकि गेंद के साथ भी कोई कमाल नहीं दिखा पाए। जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया है।
अब चूंकि दूसरे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी स्टोइनिस टीम में शामिल हो गए हैं, ऐसे में ग्रैंडहोम का अब प्लेइंग इलेवन में जगह बना पाना बहुत मुश्किल लगता है।