आईपीएल के मौजूदा सीजन में 3 बार की पूर्व चैंपियन टीम मुंबई इंडियंस का प्रदर्शन अबतक मिला-जुला ही रहा है। मुंबई ने अबतक खेले 5 में से 3 मुकाबलों को जीता है और 2 में उन्हें हार मिली है। वो अभी अंक तालिका में पांचवें स्थान पर हैं।
भले ही मुंबई ने 3 मैच जीत लिए हैं, लेकिन फिर भी टीम के लिए सबकुछ सही नहीं है। टीम की बल्लेबाजी ने अबतक निराश ही किया है और सभी बल्लेबाज संघर्ष करते हुए ही नजर आए हैं। हालांकि उनके लिए हार्दिक पांड्या की फॉर्म एकमात्र अच्छी खबर रही है, लेकिन वो हर मैच में मुंबई को जीत नहीं दिला सकते हैं।
मुंबई इंडियंस ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेले गए अपने पिछले मैच में युवराज सिंह को टीम से बाहर कर इशान किशन को टीम में शामिल किया। मुंबई का मैच आज किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मुंबई में होना है।
आइए जानते हैं उन कारणों के बारे में, जो साबित करते हैं कि मुंबई इंडियंस को एक बार फिर से युवराज सिंह को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना चाहिए:
#) रोहित शर्मा की चोट
मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा को किंग्स XI पंजाब के खिलाफ खेले जाने वाले मैच से पहले अभ्यास के दौरान रोहित शर्मा को दाएं पैर में दर्द हुआ, जिसके बाद वह अभ्यास छोड़कर चले गए। हालांकि अभी तक मुंबई इंडियंस की तरफ से रोहित शर्मा की चोट पर आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन फिर भी वर्ल्ड कप को देखते हुए रोहित शर्मा आज के मैच से आराम ले सकते हैं।
रोहित शर्मा अगर पंजाब के खिलाफ मैच में हिस्सा नहीं लेते हैं, तो उनकी गैरमौजूदगी में मुंबई इंडियंस टीम में एक बार फिर युवराज सिंह को मौका दे सकती है। उनके आने से टीम की बल्लेबाजी को मजबूती मिलेगी और वो खुद भी इस मौके का फायदा उठाते हुए अपने आप को साबित करना चाहेंगे।
#) युवराज सिंह का अनुभव
युवराज सिंह मौजूदा समय में मुंबई इंडियंस के सबसे अनुभवी खिलाड़ी है और इस समय टीम को उनकी जरूरत भी है। मुंबई का ऊपरी क्रम अबतक कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ पाया है और युवराज जैसे खिलाड़ी के मध्य क्रम में रहने से टीम को काफी मजबूती मिलेगी।
पिछले मैच में रोहित शर्मा और क्विंटन डी कॉक के जल्दी आउट होने के बाद मुंबई का मध्यक्रम भी लड़खड़ा गया था। अंत में किरोन पोलार्ड धुआंधार पारी नहीं खेलते, तो मुंबई के लिए 100 रन बनाना भी मुश्किल था। इसी वजह से मुंबई को अभी युवराज सिंह की टीम में जरूरत है और उनके रहने से दूसरे बल्लेबज खुलकर खेल पाएंगे।
#) युवराज सिंह को बलि का बकरा नहीं बनाया जाना चाहिए
आईपीएल 2019 में युवराज सिंह ने शानदार शुरुआत की और पहले ही मैच में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ उन्होंने बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेलकर अपना पुराना अंदाज दिखाया। इसके बाद आरसीबी के खिलाफ मैच में युवी ने युजवेंद्र चहल की लगातार तीन गेंदों में तीन छक्के लगाकर छोटी तूफानी पारी खेली। हालांकि चेन्नई के खिलाफ मैच में वो फ्लॉप रहे और सिर्फ 4 रन बनाकर आउट हो गए। पंजाब के खिलाफ युवी ने 18 रन बनाए थे।
युवी ने 4 मैचों 24.5 की औसत से 98 रन बनाए हैं और यह आंकड़े इसलिए बुरे नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने दो महत्वपूर्ण पारी खेली है। मुंबई के दूसरे बल्लेबाजों (किरोन पोलार्ड, क्रुणाल पांड्या, सूर्याकुमार यादव और क्विंटन डी कॉक) का रिकॉर्ड भी कुछ ज्यादा बेहतर नहीं है। इसी वजह से उन्हें बलि का बकरा नहीं बनाया जाना चाहिए और एक बार फिर टीम में मौका देना चाहिए। युवी मिले मौका का फायदा उठाते हुए खुद को साबित करना चाहेंगे।
युवी