#2. मनीष पांडे को अन्य किसी बल्लेबाज द्वारा साथ न मिलना:
मनीष पांडे जब क्रीज पर आए तो रिद्धिमान साहा के रूप में सनराइजर्स हैदराबाद 1 विकेट खो चुकी थी। उनके अलावा सभी बल्लेबाज फ्लॉप साबित हुए और कोई भी बल्लेबाज उनका साथ नहीं दे पाया
5वें ओवर में बुमराह के ओवर में मार्टिन गप्टिल आउट हो गए जबकि 8वें ओवर की पहली गेंद पर केन विलियमसन भी आउट हो गए जिसके बाद मनीष पांडे के ऊपर टीम की जिम्मेदारी आ गई थी क्योंकि अब मनीष पांडे ही अनुभवी बल्लेबाज बचे थे जो मैच को अंत तक ले जाने की क्षमता रखते हैं। मनीष पांडे ने 47 गेंदों पर 71 रनों की पारी खेली। उन्होंने अपना अर्धशतक 37 गेंदों में पूरा किया था। मोहम्मद नबी ने भी अच्छा योगदान दिया लेकिन वे अंत तक पांडे का साथ नहीं दे पाए। मनीष पांडे ने हार्दिक पांड्या के अंतिम ओवर की अंतिम गेंद पर छक्का लगाकर मैच को टाई किया। लेकिन सुपर ओवर में वे पहली ही गेंद पर रन आउट हो गए।