इंडियन प्रीमियर लीग 2019 का 51वां मैच रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच एम० चिन्नास्वामी स्टेडियम बैंगलोर में खेला गया। इस मुकाबले रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने सनराइजर्स हैदराबाद को 4 विकेट से हराया।
टॉस जीतकर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने सनराइजर्स हैदराबाद को पहले बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किया। सनराइजर्स हैदराबाद ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट खोकर 175 रन बनाए। जवाब में उतरी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 19.2 ओवरों में 6 विकेट खोकर लक्ष्य को हासिल कर लिया
इस हार के साथ सनराइजर्स हैदराबाद को प्लेऑफ में पहुंचना अब बेहद कठिन हो गया है। उसके प्ले-ऑफ में पहुंचने का सिर्फ एक उपाय है। अगर किसी कारणवश मुंबई के खिलाफ होने वाले मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स हार जाती है तो ही सनराइजर्स हैदराबाद प्ले-ऑफ में पहुंच पाएगी। अन्यथा अगर कोलकाता नाइटराइडर्स जीत जाती है तो कोलकाता ही प्लेऑफ में पहुंचेगी।
यूं तो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ सनराइजर्स हैदराबाद के हार के कई अन्य कारण भी हैं लेकिन हम मुख्य 3 कारणों के बारे में बात करने जा रहे हैं।
#3. वॉशिंगटन सुंदर की शानदार गेंदबाजी:
तमिलनाडु के 20 वर्षीय ऑफ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर एक शानदार गेंदबाज हैं। वॉशिंगटन सुंदर ने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ भी शानदार गेंदबाजी की थी। जिसकी बदौलत उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच में भी मौका दिया गया।
वॉशिंगटन सुंदर ने इस मैच में 3 ओवर फेंकते हुए 24 रन दिए और 3 शानदार विकेट अपने नाम किए। सुंदर ने सबसे पहले मार्टिन गप्टिल को आउट किया फिर मनीष पांडे और विजय शंकर को पवेलियन का रास्ता दिखाया। उन्होंने टीम की ओर से आठवां ओवर फेंकते हुए दूसरी गेंद पर गप्टिल को आउट किया और 5वीं गेंद पर मनीष पांडे को आउट किया जिसके बाद सनराइजर्स हैदराबाद का रनरेट थम सा गया। फिर 14वें ओवर में उन्होंने सेट बल्लेबाज विजय शंकर को आउट कर दिया।
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#2. हैदराबाद के गेंदबाजों द्वारा पावरप्ले के बाद खराब गेंदबाजी एवं युसूफ पठान का कैच छोड़ना:
सनराइजर्स हैदराबाद के गेंदबाजों ने शुरुआत में शानदार प्रदर्शन किया लेकिन बाद में उनका गेंदबाजी प्रदर्शन बेहद खराब रहा। हैदराबाद के गेंदबाजों ने पावरप्ले के 3 ओवरों में ही पार्थिव पटेल, विराट कोहली और एबी डीविलियर्स जैसे दिग्गजों का विकेट चटका दिया था। लेकिन इसके बाद वे अगले 14 ओवर तक उन्हें कोई विकेट हासिल नहीं हुआ। उन्होंने 18वें ओवर में शिमरोन हेटमायर का विकेट लिया लेकिन तब तक मैच उनके हाँथ से निकल चुका था और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को जीत के लिए 14 गेंदों पर 12 रनों की जरूरत थी।
इससे कहीं बड़ी गलती सनराइजर्स हैदराबाद के फील्डर युसूफ पठान ने किया। जब 13वें ओवर में भुवनेश्वर कुमार गेंदबाजी कर रहे थे तब उसकी 5वीं गेंद पर सेट बल्लेबाज शिमरोन हेटमायर का युसूफ पठान ने कैच छोड़ दिया जिसका खामियाजा पूरी टीम को भुगतना पड़ा।
#1. शिमरोन हेटमायर और गुरकीरत सिंह मान की बड़ी साझेदारी:
पिछले सभी मैचों में फ्लॉप रहे शिमरोन हेटमायर ने गुरकीरत सिंह मान के साथ मिलकर 144 रनों की बड़ी साझेदारी की। दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर आईपीएल इतिहास में चौथे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी की। इससे पहले वर्ष 2014 में युवराज सिंह और एबी डीविलियर्स ने बेंगलुरु में चौथे विकेट के लिए 132 रनों के साझेदारी की थी।
शिमरोन हेटमायर ने इस मैच में 47 गेंदों पर 75 रनों की शानदार पारी खेली जिसमें उन्होंने 4 चौके और 6 छक्के लगाए जबकि गुरकीरत सिंह मान ने 48 गेंदों पर 65 रनों की पारी खेली जिसमें उन्होंने 8 चौके और 1 छक्का लगाया। गुरकीरत सिंह मान ने शुरुआत थोड़ी धीमी की थी क्योंकि रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को उस समय एक बड़ी साझेदारी की जरूरत थी। लेकिन बीच-बीच में बाउंड्री लगाकर उन्होंने खुद पर दबाव नहीं बनने दिया। इसी तरह से हेटमायर ने दूसरे छोर से अच्छी बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। हेटमायर और मान की साझेदारी सनराइजर्स हैदराबाद के हार का कारण बनी।