आईपीएल 2019 के 22वें मुकाबले में किंग्स इलेवन पंजाब ने अपने घरेलू मैदान पर सनराइजर्स हैदराबाद को 6 विकेट से हरा दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए सनराइजर्स की टीम निर्धारित 20 ओवरों में 4 विकेट के नुकसान पर 150 रन ही बना पाई। इस लक्ष्य को किंग्स इलेवन ने आखिरी ओवर में 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया। के एल राहुल ने 71 रनों की नाबाद पारी खेली और उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।
आइए जानते हैं सनराइजर्स हैदराबाद की इस हार के प्रमुख कारण क्या रहे:
बल्लेबाजों द्वारा खराब शुरुआत
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी सनराइजर्स हैदराबाद की शुरूआत अच्छी नहीं रही। महज 7 रन के स्कोर पर ही टीम को बड़ा झटका लग गया। सलामी बल्लेबाज जॉनी बेयरेस्टो सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद सनराइजर्स की पारी संभल ही नहीं पाई। पावरप्ले में उन्होंने काफी कम रन बनाए और आखिर के ओवरों में भी तेजी से रन बनाने में नाकाम रहे। डेविड वॉर्नर अंत तक क्रीज पर टिके रहे लेकिन 62 गेंद पर सिर्फ 70 रन ही बना सके। ये उनकी आईपीएल की सबसे धीमी पारी थी। यही वजह रही कि सनराइजर्स हैदराबाद की टीम एक बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रही और किंग्स इलेवन पंजाब ने उसे आसानी से हासिल कर लिया।
गेंदबाजों द्वारा खराब प्रदर्शन
कम स्कोर का बचाव करते हुए सनराइजर्स हैदराबाद की गेंदबाजी उतनी अच्छी नहीं रही जिससे वो इसे डिफेंड कर सकें। राशिद खान और संदीप शर्मा को छोड़कर कोई भी गेंदबाज ज्यादा प्रभावित नहीं कर सका। कप्तान भुवनेश्वर कुमार ने अपने 4 ओवरों के स्पेल में सिर्फ 25 रन दिए लेकिन कोई विकेट निकालने में कामयाब नहीं रहे। वहीं शानदार फॉर्म में चल रहे मोहम्मद नबी भी इस मैच में बिल्कुल भी लय में नहीं दिखे। उन्होंने 3.5 ओवर में ही 42 रन खर्च कर डाले। इसके अलावा सिद्धार्थ कौल के 4 ओवर में 42 रन बने। अगर ये गेंदबाज थोड़ी कसी हुई गेंदबाजी करते तो मैच का नतीजा कुछ और भी हो सकता था।
खराब फील्डिंग
ऐसा नहीं है कि गेंदबाजों ने मौके नहीं बनवाए। भुवनेश्वर कुमार जब अपने स्पेल का आखिरी ओवर डालने आए तो मयंक अग्रवाल ने एक गलत शॉट खेल दिया और गेंद हवा में चला गई। ये कैच काफी आसान था और यूसुफ पठान उसके नीचे थे लेकिन वो कैच को लपक नहीं सके। उस समय किंग्स इलेवन पंजाब का स्कोर 114 रन ही था और मयंक अग्रवाल 40 रन पर खेल रहे थे। अगर उस समय ये कैच पकड़ा गया होता तो पंजाब की टीम पर थोड़ा दबाव बनता।
इसके अलावा आखिरी ओवर में जब 11 रन चाहिए थे, तब भी मिसफील्डिंग जिसकी वजह से 1 की जगह दो रन मिले। पांचवी गेंद पर डेविड वॉर्नर जैसे फील्डर के हाथ से गेंद छिटक गई और के एल राहुल ने 2 रन लेकर पंजाब को जीत दिला दी। कम स्कोर वाले मैच में ये छोटी-छोटी मिसफील्डिंग काफी मायने रखती है।