रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर साल दर साल नई उम्मीदों के साथ इंडियन प्रीमियर लीग में उतरती है, लेकिन अब तक लगभग एक जैसे ही परिणाम मिले हैं। जहाँ 2018 के सीज़न में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम ने 14 मैच में से मात्र 6 मैच जीते थे और 8 मैच में हार मिली थी, वहीं इस बार 6 मैच के बाद भी अभी तक यह टीम एक भी मैच जीतने में सफल नही रही है।
यही कारण है कि इन असफलताओं के बाद अब बतौर कप्तान कोहली के ऊपर उंगलियां उठने लगी हैं। वहीं दिगज्जों का भी मानना है की आईपीएल के ठीक 15 दिन बाद विश्वकप 2019 खेला जाना है। जिसके लिए कोहली को आरसीबी की लगातार हार के कारण आराम करना चाहिए। जिससे वो मिशन विश्वकप 2019 के लिए मानसिक रूप से भी पूरी तरह फिट हो सके। ऐसे में आईये एक नज़र डालें उन तीन कारणों पर जिनकी वजह से विराट कोहली को अब आरसीबी की कप्तानी छोड़ देनी चाहिए:
# 1 आंकड़े कोहली की बतौर कप्तान असफलता बयां करते हैं
जब आरसीबी ने 2014 में कोहली को अपना कप्तान घोषित किया था, तो वे उम्मीद कर रहे थे कि वह उनके लिए वैसी ही सफलता साथ लेकर आयेंगे जो कि भारतीय अंडर-19 टीम के कप्तान के तौर पर उन्हें मिली थी। हालाँकि 5 साल बाद भी अभी तक आरसीबी सफलता से बहुत दूर रही है।
आईपीएल के वर्तमान सीज़न को छोड़कर, आरसीबी ने कोहली की कप्तानी में केवल दो बार प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया है। 2016 में, उन्होंने फाइनल में जगह बनाई, लेकिन वह प्रदर्शन कप्तान कोहली से ज्यादा बल्लेबाज़ कोहली के चलते संभव हो पाया था। उस सीज़न में उन्होंने 973 रन बनाए जो कि आईपीएल के एक सीज़न में सबसे अधिक रन है।
अन्य तीन सीज़न में आरसीबी अंक तालिका में अंतिम, सातवें और छठें स्थान पर रही और यह उस टीम के लिए बहुत निराशाजनक है, जिसके पास हमेशा खेल के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से कुछ मौजूद रहे हैं।
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# 2. अपने साथी खिलाड़ियों को प्रेरित नहीं कर पाना
एक कप्तान का काम न केवल फील्ड सेट करना और गेंदबाजी में बदलाव करना है, बल्कि खिलाड़ियों को प्रेरित करना भी है। अभी कोहली के साथ ऐसा नहीं है, क्योंकि वह जिन खिलाड़ियों के साथ खेल रहे हैं, वे खेल के स्तर के मामले में उनसे बहुत नीचे हैं और वह इन खिलाड़ियों को वह बेहतर स्तर की क्रिकेट खेलने में सक्षम नहीं कर पाए हैं।
यदि टीम से एबी डीविलियर्स और चहल को हटा दें तो कोई भी अन्य खिलाड़ी कोहली के स्तर की बराबरी करने के करीब भी नही दिखता।
कोहली जिस तरह वह फील्ड पर आक्रामकता के साथ खेलते हुए दिखाई देते है, उन जैसे खिलाड़ी का बाकी खिलाड़ियों से भी वैसे ही प्रदर्शन की उम्मीद करना गलत नहीं है। भारतीय टीम में उनके पास रोहित शर्मा और धोनी जैसे साथी खिलाड़ी है, जो समय-समय पर उनका मार्गदर्शन करते रहते हैं, लेकिन यहाँ वह अकेले दिखते हैं।
3.टीम में बदलाव की आवश्यकता
फिलहाल इस सीज़न में आरसीबी जिस स्थिति में खड़ी है वहां से उसके पास खोने को कुछ नही है, ऐसे में टीम में कुछ बदलाव हो सकता है। आईपीएल इतिहास में देखा जाए तो ऐसा ही एक उदाहरण मिलता है जब सौरव गांगुली कोलकाता नाईट राइडर्स के साथ बतौर कप्तान अच्छा नही कर पा रहे थे तो उनको कप्तानी से हटा दिया था और इसके बाद इस टीम ने दो बार आईपीएल का खिताब जीता।
ऐसे में अब आरसीबी को भी ये काम करना चाहिए और विराट कोहली को कप्तानी से हटाकर किसी दूसरे खिलाड़ी को कप्तानी देनी चाहिए। हालांकि देखा जाए तो इस टीम में कप्तानी के विकल्प के तौर पर केवल एबी डीविलियर्स ही हैं जिन्हें कप्तान बनाया जा सकता है।
ऐसे में संभव भी है कि आरसीबी को डीविलियर्स के रूप में एक शांत और रचनात्मक कप्तान मिल जाए जो कि इस टीम के भाग्य को बदल सके और वह खिताब जीता सके जिसका इंतज़ार आरसीबी के प्रशंसकों को वर्षों से है।