आईपीएल 2019: 3 बड़ी समस्याएँ जिनसे घिरी हुई हैं आरसीबी की टीम, इन समाधानों से कर सकती हैं वापसी 

विराट कोहली भी अभी तक तीनों मैचों में फ्लॉप रहे हैं
विराट कोहली भी अभी तक तीनों मैचों में फ्लॉप रहे हैं

इंडियन प्रीमियर लीग के 12वें सत्र का आगाज हो चुका हैं और विराट कोहली की अगुवाई वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम की शुरुआत अभी तक टूर्नामेंट में बेहद ही निराशाजनक देखने को मिली हैं। टीम ने अभी तक आईपीएल 12 में तीन मैच खेले हैं और तीनों ही मुकाबलों में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम को हार का सामना करना पड़ा है। आलम तो यह हैं कि मौजूदा समय में आरसीबी की टीम अंक तालिका में सबसे नीचे आठवें पायदान पर मौजूद हैं।

चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ तो टीम को बेहद ही करारी हार का मुहँ देखना पड़ा। जब से बैंगलोर की टीम ने अपने पहले तीन मैच गवाएं हैं तब से आलोचकों को एक बार फिर से टीम के और कप्तान विराट कोहली के खिलाफ बोलने के एक बढ़िया मौका मिल गया है।

अभी तक खेले गये पहले तीनों मुकाबलों के बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम के सामने कई सारी समस्याएं सामने निकलकर आई हैं। इस लेख के माध्यम से आज हम आपको आरसीबी की टीम उन तीन बड़ी समस्याओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका समाधान टीम अगर कुछ इस तरह निकाले तो जरुर जीत के ट्रैक पर वापस आ सकती है।


#3 सलामी बल्लेबाजों की जोड़ी

विराट कोहली और पार्थिव पटेल
विराट कोहली और पार्थिव पटेल

अपने पहले तीनों मैचों में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम तीन अलग अलग सलामी बल्लेबाजों की जोड़ी के साथ मैदान पर उतरी हैं। चेन्नई सुपर किंग्स के विरुद्ध जहाँ टीम की पारी की शुरुआत कप्तान विराट कोहली और पार्थिव पटेल करते नजर आये थे, तो मुंबई इंडियन्स के विरुद्ध पार्थिव पटेल और मोइन अली की जोड़ी को पारी का आगाज करते देखा गया था। सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ शिमरोन हेटमेयर और पार्थिव पटेल को ओपनिंग करते देखा गया था।

इन तीनों ही मैचों में बैंगलोर की टीम के सलामी बल्लेबाजो ने क्रमशः 16, 27 और 13 रन ही जोड़े। जो कहीं ना कहीं हद तक टीम की हार का एक बड़ा कारण भी रहा।

समाधान :

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम की बड़ी दुविधा को टीम के युवा खिलाड़ी शिवम दुबे दूर कर सकते हैं। शिवम दुबे की पहचान एक आक्रामक बल्लेबाज के रूप में होती हैं और वह टीम के लिये ओपनिंग के लिए एक बढ़िया विकल्प साबित हो सकते हैं। शिवम दुबे को लम्बे लम्बे छक्के लगाने में महारथ हासिल है और वह टीम के लिये पावर प्ले में ना सिर्फ एक तेज शुरुआत बल्कि बड़े बड़े रन भी बनाकर दे सकते हैं।

अगर वह पार्थिव पटेल के साथ एक अच्छी शुरुआत देने में कामयाब हुए तो टीम के कप्तान विराट कोहली और एबी डीविलियर्स के ऊपर से भी दबाव कम हो जायेगा और टीम की निर्भरता भी विराट और डीविलियर्स के ऊपर से कम होगी।

#2 एक अतिरिक्त स्पिन गेंदबाज

वाशिंगटन सुन्दर
वाशिंगटन सुन्दर

पहले तीनों ही मैचों में यह बात साफतौर पर देखी गयी थी कि रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम को एक अतिरिक्त स्पिन गेंदबाज की कमी जरुर खली। टीम के लिए युजवेंद्र चहल विकेट लेने में जरुर कामयाब हुए हैं लेकिन उनके अलावा मोइन अली और सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ अपना आईपीएल डेब्यू करने वाले प्रयास रे बर्मन अपनी छाप छोड़ने में सफल ना हो पाए।

चेन्नई, मुंबई और हैदराबाद के खिलाफ युजवेंद्र चहल और मोइन अली इन दोनों ही स्पिन गेंदबाजो ने 149 रन खर्च किये और मात्र सात विकेट लेने में सफलता हासिल की, सबसे खास बात तो यह रही कि इन सात विकेट में से मोइन अली सिर्फ एक ही विकेट लेने में कामयाबी हासिल कर पाए। यह बात साफ़ हैं कि टीम को ओर स्पिन गेंदबाज की कमी लगातार खल रही हैं।

समाधान :

बैंगलोर की टीम की इस बड़ी समस्या को टीम के युवा स्पिन गेंदबाज वॉशिंगटन सुन्दर दूर कर सकते हैं। जी हाँ वॉशिंगटन सुन्दर टीम के लिए उपयोगी स्पिन गेंदबाज सिद्ध हो सकते हैं। वाशिंगटन सुन्दर के अंतिम ग्याराह में आ जाने से ना सिर्फ युजवेंद्र चहल और मोइन अली के ऊपर से दबाव कम होगा बल्कि टीम को भी एक तीसरा स्पिनर मिल जायेगा। वॉशिंगटन सुन्दर ने अभी तक आईपीएल में कुल 18 मैच खेले हैं और इस दौरान वह 12 विकेट लेने में कामयाब हुए हैंं। वाशिंगटन सुन्दर ना सिर्फ टीम के लिए एक तीसरे स्पिन गेंदबाज की भूमिका को निभा सकते हैं बल्कि निचले क्रम में टीम के लिए बढ़िया बल्लेबाजी से भी ताकत प्रदान कर सकते हैंं।

#1 तेज गेंदबाजी आक्रमण

Enter caption

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम तेज गेंदबाजी में भी पिछड़ी हुई नजर आ रही हैं। पहले तीन मैचों में टीम ने तेज गेंदबाजो के रूप में अनुभवी उमेश यादव, मोहम्मद सिराज और नवदीप सैनी को अंतिम ग्याराह में मौका दिया। टीम के लिए पहले दो मैचों में इन तीनों तेज गेंदबाजो ने कुल मिलाकर 146 रन खर्च कर दिए और मात्र पांच विकेट लेने में सफल हुए।

यही कारण रहा कि हैदराबाद के खिलाफ खेले गये मैच में नवदीप सैनी को टीम से ड्रॉप कर दिया गया। मगर उसके बावजूद भी उमेश यादव और मोहम्मद सिराज ने 85 रन लौटा दिए और एक भी विकेट लेने में सफल ना हो सके। मौजूदा समय में बैंगलोर की टीम को अनुभवी तेज गेंदबाज की कमी खल रही हैं।

समाधान :

बैंगलोर की टीम के पास इस समस्या का भी एक बढ़िया विकल्प मौजूद हैं। दरअसल टीम आने वाले मैचों में टिम साउदी या ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज नाथन कल्टर नाइल में से किसी एक को अंतिम ग्याराह में मौका दे सकती हैंं। इन दोनों ही तेज गेंदबाजो के पास ना सिर्फ अनुभव मौजूद हैं बल्कि आईपीएल में खेलने के भी यह दोनों ही खिलाड़ी आदि रहे हैं।

टिम साउदी जहाँ अभी तक खेले 38 आईपीएल मैचों में 27 विकेट लेने में सफल हुए हैं तो नाथन कल्टर नाइल भी आईपीएल के 26 मैचों में 36 विकेट हासिल कर चुके हैं। इनमें अगर किसी भी एक गेंदबाज को टीम खेलने का मौका देगी, तो टीम के लिए यह लाभदायक साबित हो सकता हैं।

Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज स्पोर्टसकीड़ा पर पाएं

Quick Links

Edited by Naveen Sharma
App download animated image Get the free App now