इंडियन प्रीमियर लीग का 12वां सीजन शुरू होने में अभी सिर्फ दो हफ्ते का समय ही बचा है। भले ही आईपीएल 23 मार्च से शुरू होने जा रहा है लेकिन इस सीज़न के लिए तैयारी नवंबर से ही शुरु हो गई थी जब फ्रेंचाइज़ियों ने अपनी टीमों से कुछ खिलाड़ियों को रिलीज़ किया था।
यह वे खिलाड़ी थे जिन्होंने पिछले सीज़न में निराशाजनक प्रदर्शन किया था। जबकि चेन्नई सुपरकिंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद ने अपने टीम के कुछ गिने-चुने खिलाड़ियों को ही रिलीज़ किया, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, किंग्स इलेवन पंजाब और दिल्ली डेयरडेविल्स ने अपनी स्क्वॉड में बड़े बदलाव किए।
हालांकि, टीमों द्वारा अधिकांश खिलाड़ियों को रिलीज़ करने का फैसला सही था लेकिन कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हैं, जिन्हें रिलीज़ करना इन टीमों की बड़ी भूल हो सकती है क्यूंकि पिछले कुछ महीनों में, इन खिलाड़ियों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया है।
तो आइए एक नज़र डालते हैं ऐसे 5 खिलाड़ियों पर जिनको टीम से रिलीज़ करना उनकी टीमों की एक बड़ी भूल साबित हो सकती है:
#5. क्विंटन डी कॉक- रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर
क्विंटन डी कॉक दुनिया के टॉप विकेटकीपर बल्लेबाजों में शामिल हैं। दक्षिण अफ्रीका के लिए एक सलामी बल्लेबाज के तौर पर खेलते हुए उन्होंने कई शानदार पारियां खेली हैं। यहां तक कि आईपीएल में भी, इस 26 वर्षीय बल्लेबाज ने बेहतरीन शुरुआत की थी।
आईपीएल सीज़न 2015 में उन्होंने केवल तीन मैचों में 40.66 की औसत से रन बनाए, जबकि 2016 में उन्होंने 37.08 की औसत से 445 रन बनाए थे।
हालांकि, डी कॉक ने आईपीएल 2018 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से खेलते हुए औसत प्रदर्शन किया था। उन्होंने 8 मैचों में कुल 201 रन बनाए थे। इसके बाद आईपीएल नीलामी से पहले रॉयल चैलेंजर्स ने उनका मुंबई इंडियंस के साथ सौदा कर लिया था।
लेकिन बाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ ने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के लिए खेलते हुए श्रीलंका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया है जो वह आगामी आईपीएल में भी दोहराना चाहेंगे। तो अपने इस फैसले का आरसीबी को अब पछतावा हो रहा होगा।
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#4. मार्कस स्टोइनिस- किंग्स इलेवन पंजाब
ऑस्ट्रेलियाई आल-राउंडर मार्कस स्टोइनिस ने सीज़न 2016 में किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से अपने आईपीएल करियर का आगाज़ किया था। 2018 की नीलामी में, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने स्टोइनिस के लिए आक्रामक तरीके से बोली लगाई, लेकिन फिर भी किंग्स इलेवन पंजाब ने उन्हें 6.20 करोड़ रुपये में टीम में बरकरार रखा।
हालाँकि, यह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया। स्टोइनिस ने पिछले आईपीएल में 7 मैच खेलते हुए सिर्फ 99 रन बनाए और केवल तीन विकेट चटकाए। इसके बाद किंग्स इलेवन ने आईपीएल नीलामी से पहले ट्रेड विंडों के तहत उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर में स्थानांतरित कर दिया गया।
लेकिन यह किंग्स इलेवन की सबसे बड़ी गलती साबित हुई क्योंकि स्टोइनिस इस समय शानदार फॉर्म में हैं और वह इस साल बिग बैश लीग में तीसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे थे।मेलबर्न स्टार्स के लिए एक सलामी बल्लेबाज के तौर पर स्टोइनिस ने 4 शानदार अर्धशतक लगाए और 13 मैचों में कुल 533 रन बनाए हैं।
#3. शिखर धवन- सनराइजर्स हैदराबाद
सनराइजर्स हैदराबाद को आगामी आईपीएल में इस बार उनके सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की कमी ज़रूरी खलेगी। धवन ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत 2008 में अपनी घरेलू टीम दिल्ली की ओर से की थी।
इसके बाद उन्होंने अगले साल मुंबई इंडियंस की तरफ से खेला लेकिन उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से।
बाएं हाथ के यह बल्लेबाज सनराइजर्स के दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं और उन्होंने इस फ्रैंचाइज़ी के लिए कई शानदार पारियां खेली हैं। पिछले साल डेविड वार्नर की अनुपस्थिति में, धवन ने 38.23 के शानदार औसत और 136.91 की स्ट्राइक-रेट से 497 रन बनाए और अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पर ऐसी ख़बर थी कि धवन अपनी फ्रैंचाइज़ी से खुश नहीं थे और वह किसी दूसरी टीम का हिस्सा बनना चाहते थे।
तो अंततः उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद ने शाहबाज नदीम, विजय शंकर और अभिषेक शर्मा के बदले दिल्ली फ्रैंचाइज़ी में जाने दिया।
लेकिन सनराइजर्स की यह एक बड़ी भूल साबित हो सकती है क्योंकि धवन इस समय ज़बरदस्त फॉर्म में हैं और हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने शानदार शतक बनाया है।
#2. ग्लेन मैक्सवेल- दिल्ली कैपिटल्स
ग्लेन मैक्सवेल का शुमार इस समय विश्व क्रिकेट के सबसे पावरफुल हिटर्स में होता है। ऑस्ट्रेलियाई आल-राउंडर अपनी विस्फोटक बल्लेबाज़ी से विपक्षी गेंदबाज़ी आक्रमण को तहस-नहस करने के लिए जाने जाते हैं।हालांकि, उनके प्रदर्शन में निरंतरता नहीं है और उन्होंने कई बार गलत शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाया है।
लेकिन आईपीएल में सभी टीमें उनको अपनी टीम में शामिल करना चाहती हैं। इस ऑलराउंडर ने सीज़न 2014 में अपने आईपीएल करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और उस सीजन में 187.75 की ज़बरदस्त स्ट्राइक रेट के साथ 500 से अधिक रन बनाए थे। लेकिन दुर्भाग्य से, वह अगले वर्षों में इस प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रहे और पिछले सीज़न में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलते हुए उन्होंने 12 मैचों में सिर्फ 169 रन बनाए थे।
जिसके बाद दिल्ली फ्रैंचाइज़ी ने आईपीएल नीलामी से पहले उन्हें टीम से रिलीज़ कर दिया लेकिन उनके टीम में ना होने का मलाल सबको होगा क्योंकि वह इस समय ज़बरदस्त फॉर्म में हैं और भारत के खिलाफ हाल ही में खेले गए दूसरे टी-20 मैच में उन्होंने अकेले दम पर अपनी टीम को जीत दिलाई है।
#1. विजय शंकर- दिल्ली कैपिटल्स
एक अन्य खिलाड़ी जिसको टीम से रिलीज़ करने का मलाल दिल्ली फ्रैंचाइज़ी को होगा, वे हैं विजय शंकर।
शंकर ने पिछले कुछ वर्षों में घरेलू सर्किट में निरंतर अच्छा प्रदर्शन किया है जिसके बाद उन्हें पिछले सीज़न में दिल्ली ने उच्च कीमत पर खरीदा था।
शंकर ने निदाहस ट्रॉफी में भारतीय टीम की तरफ से अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। दिलचस्प बात यह है कि पिछले सीज़न मे दिल्ली कैपिटल की ओर से खेलते हुए इस ऑलराउंडर ने 53 के अद्भुत औसत और 143.24 के उच्च स्ट्राइक-रेट से 212 रन बनाए थे लेकिन इसके बावजूद उन्हें टीम में बरकरार नहीं रखा गया।
हालांकि,उस समय तक वह भारत की वनडे और टी 20 टीम का नियमित हिस्सा नहीं थे। लेकिन, हार्दिक पांड्या की अनुपलब्धता ने शंकर को एक अवसर प्रदान किया और उन्होंने इसका पूरा उपयोग किया। 28 वर्षीय इस बल्लेबाज़ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जा रही वनडे सीरीज में बल्ले और गेंद दोनों के साथ ज़बरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं।
अपने शानदार प्रदर्शन से शंकर ने भारत की विश्व कप टीम के लिए अपनी दावेदारी पेश कर दी है। तो निश्चित रूप से अपने इस फैसले का दिल्ली टीम प्रबंधन को ज़रूर मलाल होगा।
लेखक: क्रिक विज़ अनुवादक: आशीष कुमार