#4 आरसीबी का छोटा स्कोर
70 रन के स्कोर को डिफेंड करने के लिए गेंदबाजों को जल्दी विकेट निकालना जरूरी था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ चेन्नई की टीम को शेन वॉटसन के रूप में पहला झटका 8 रन पर जरूर लगा लेकिन इसके बाद चेन्नई की पारी को अंबाती रायडू और सुरेश रैना ने संभाल लिया और आरसीबी की टीम के गेंदबाजों के हाथ कुछ देर के लिए खाली दिखे।
इस दौरान दोनों ने 40 रन की साझेदारी भी की। जबतक आरसीबी के गेंदबाज विकेट निकालते तबतक देर हो चुकी थी। सुरेश रैना 19 रन बनाकर मोइन अली को अपना विकेट दे बैठे। अबांती रायडू ने 28 रन बनाए। छोटा स्कोर होने के कारण आरसीबी इसे डिफेंड नहीं कर पाया। चेन्नई ने यह मैच 17.4 ओवर में अपने नाम कर लिया।
#5 चेन्नई का होम ग्राउंड
चेन्नई को होम ग्राउंड होने का भी काफी फायदा मिला। होम ग्राउंड पर अभ्यास के साथ-साथ चेन्नई फैन्स का प्रेशर भी आरसीबी के प्रदर्शन पर असर का कारण रहा। बैंगलोर की टीम को चेन्नई में आखिरी जीत 2008 में मिली थी।
शायद बैंगलोर के ऊपर चेन्नई के क्राउड का दबाव भी देखने को मिला, जोकि उनकी हार का एक अहम कारण भी रहा।