#1.चेन्नई सुपर किंग्स
चेन्नई सुपर किंग्स शायद एकमात्र ऐसी फ्रेंचाइज़ी होगी जिसे आगामी विश्व कप के चलते अपने टीम संयोजन में किसी तरह के बदलाव की चिंता नहीं होगी। सीएसके अपने टीम संयोजन से ज़्यादा खिलाड़ियों के फॉर्म और उनके व्यक्तिगत प्रदर्शन को लेकर चिंतित होगी।
चेन्नई टीम में इस समय शेन वॉटसन के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, डेविड विली और सैम बिलिंग्स ही सक्रिय खिलाड़ी हैं, इनमें से सैम बिलिंग्स के इंग्लैंड वनडे टीम में शामिल होने की संभावना बहुत कम है। फिर भी आगामी विश्व कप को देखते हुए यदि वह आईपीएल के चालू सत्र में वापिस लौट भी जाते हैं तो भी ड्वेन ब्रावो, लुंगी एन्गिडी और शेन वॉटसन जैसे खिलाड़ियों के रहते धोनी की टीम को ज़्यादा फ़र्क़ नहीं पड़ेगा। जहां तक भारतीय खिलाड़ियों का सवाल है, बीसीसीआई एमएस धोनी को आईपीएल में ज़्यादा से ज़्यादा मैच खेलते देखना चाहेगी। चूँकि, धोनी इस समय खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं और पिछले साल वह सीमित ओवर प्रारूपों में रन बनाने के लिए जूझते दिखे हैं।
इसलिए आईपीएल में उनके पास मौका होगा कि वह अपनी फॉर्म को दोबारा हासिल करें और विश्व कप से पहले बेहतरीन फार्म के साथ भारतीय टीम में वापसी करें। उनके अलावा, सुरेश रैना, हरभजन सिंह सहित अन्य प्रमुख भारतीय खिलाड़ी भी पूरे सीज़न के लिए उपलब्ध होंगे।