आईपीएल 2019 का एलिमिनेटर मुकाबला दिल्ली कैपिटल्स और सनराइज़र्स हैदराबाद के बीच डॉ० वाईएस राजशेखर रेड्डी क्रिकेट स्टेडियम, विशाखापट्नम में खेला गया। इस मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स ने सनराइज़र्स हैदराबाद को 2 विकेट से हराया। इसके बाद दिल्ली की टीम चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ दूसरा क्वालीफायर मुकाबला खेलेगी जिसमें जीत हासिल करके वह फाइनल में प्रवेश कर सकती है।
दिल्ली कैपिटल्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और सनराइज़र्स हैदराबाद को पहले बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किया। सनराइज़र्स हैदराबाद ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 8 विकेट खोकर 162 रन बनाए। जवाब में उतरी दिल्ली कैपिटल्स ने 19.4 ओवरों में 8 विकेट खोकर मैच जीत लिया। सनराइज़र्स हैदराबाद को आईपीएल इतिहास में तीसरी बार एलिमिनेटर में जाकर हार का सामना करना पड़ा है।
मैच में सनराइज़र्स हैदराबाद की ओर से मार्टिन गप्टिल ने सर्वाधिक रन (36) बनाए, जबकि दिल्ली कैपिटल्स की ओर से सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने सर्वाधिक रन (56) बनाए।
इस मैच में सनराइज़र्स हैदराबाद के हार के कई कारण थे जैसे विकेटटेकर गेंदबाज खलील अहमद का ओवर पूरा न कराना, मोहम्मद नबी के ओवर में पृथ्वी शॉ का कैच छूटना, इत्यादि। लेकिन हम मुख्य 3 कारणों के बारे में बात करेंगे जो सनराइज़र्स हैदराबाद के हार का कारण बनी।
#3. मनीष पांडे और केन विलियमसन की धीमी पारी:
प्रतिभाशाली खिलाड़ी मनीष पांडे पिछले कुछ मैचों से शानदार फॉर्म में नजर आ रहे थे लेकिन दिल्ली के खिलाफ एलिमिनेटर मुकाबले में उनका बल्ला बहुत धीमा चला। वे इस मुक़ाबले में 36 गेंदों पर मात्र 30 रन ही बना सके। इसके अलावा कप्तान केन विलियमसन भी 27 गेंदों पर 28 रन ही बना सके। इन दोनों बल्लेबाजों की धीमी पारी खेलने के कारण सनराइज़र्स हैदराबाद टीम बड़ा लक्ष्य स्थापित करने में नाकाम रही, फलस्वरूप सनराइज़र्स हैदराबाद को हार का सामना करना पड़ा
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#2. दिल्ली कैपिटल्स के स्पिनरों की शानदार गेंदबाजी:
दिल्ली कैपिटल्स के पास स्पिन गेंदबाजी विभाग में सबसे बड़े तुरुप का इक्का अमित मिश्रा हैं। उन्होंने बीच के ओवरों में शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया और एक महत्वपूर्ण विकेट भी लिया। इसके अलावा अक्षर पटेल भले ही विकेट न ले पाए हों लेकिन उन्होंने भी किफायती गेंदबाजी की।
अमित मिश्रा ने इस मुकाबले में 4 ओवरों में 16 रन देकर 1 विकेट चटकाए। यह विकेट सनराइज़र्स हैदराबाद के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण था क्योंकि यह विकेट गप्टिल का था और गप्टिल अच्छे फॉर्म में नजर आ रहे थे। जब मिश्रा ने गप्टिल को आउट किया तब वे 19 गेंदों पर 1 चौके और 4 छक्के की मदद से 36 रन रन बना चुके थे।
#1. ऋषभ पंत की आक्रामक पारी:
ऋषभ पंत ने पिछले कुछ सालों से अपने आप को आईपीएल के सबसे दिग्गज बल्लेबाजों में से एक साबित किया है। पंत ने इस सीजन अपने दम पर दिल्ली कैपिटल्स को कई अहम मुकाबलों में जीत दिलाई है। वे दिल्ली कैपिटल्स के लिए चौथे स्थान पर बल्लेबाजी करते हैं। जब ऋषभ पंत क्रीज पर आए तो उस समय दिल्ली कैपिटल्स 84 रन बनाकर 2 विकेट खो चुकी थी। मार्टिन गप्टिल और श्रेयस अय्यर पवेलियन लौट चुके थे। दिल्ली कैपिटल्स की स्थिति नाजुक तब हुई जब उसी ओवर की अंतिम गेंद पर पृथ्वी शॉ भी आउट हो गए।
पृथ्वी शॉ के आउट होने के बाद कॉलिन मुनरो बल्लेबाजी करने आए लेकिन वे भी 13 गेंदों पर 14 रन बनाकर आउट हो गए। इन सबके बावजूद भी पंत ने अपने ऊपर दबाव नहीं आने दिया और 21 गेंदों पर 49 रनों की पारी खेलकर अपने टीम को जीत की स्थिति में पहुंचाया। हालांकि वे भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर आउट हो गए लेकिन तब तक मैच दिल्ली के कब्जे में हो चुका था।