(साल बाद प्लेऑफ में दिल्ली, कितना अच्छा लग रहा है। टीम का शानदार प्रदर्शन और दिल्ली कैपिटल्स के फैंस से भी शानदार समर्थन मिला।)
(दिल्ली कैपिटल्स को प्ले ऑफ में पहुंचने के लिए बधाई। इसका श्रेय पूरी टीम और सौरव गांगुली को भी जाता है)
(एक और साल रॉयल चैलेंजर्स फैंस के हाथ निराशा लगी। 12 साल से उन्होंने सबकुछ आजमा लिया। हर बार वो किस्मत को दोष नहीं दे सकते हैं। टीम में स्टार खिलाड़ियों की कमी नहीं है।)
(दिल्ली कैपिटल्स, नया नाम, नया गेम और आखिरकार आईपीएल में अच्छा साल।)
(रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए निराश करने वाला परिणाम। उन्हें अच्छे भारतीय ऑलराउंडर के साथ एक बेहतरीन डेथ बॉलर की जरूरत है।)
(यकीन नहीं होता कि विराट कोहली जैसे अयोग्य खिलाड़ी को वर्ल्डकप में भारत की कप्तानी की जिम्मेदारी दी गई है।)
(रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर किसी कारण से ही सबसे बड़े चोकर हैं। पिछले साल से वॉशिंगटन सुंदर को ओपनिंग करते हुए देखना था और कप्तान कोहली ने उनका इस्तेमाल ही नहीं किया। विराट कोहली की खराब कप्तानी और गलत टीम खिलाने के कारण टीम को हार मिली है। उम्मीद करते हैं कि खराब आईपीएल का खामियाजा भारत को वर्ल्ड कप में नहीं चुकाना पड़ेगा।)
(विराट कोहली ओपनिंग कर रहे हैं और फिर भी मैच खत्म नहीं कर पा रहे हैं, क्या यह 17 करोड़ का दबाव है। दूसरी टीम इसलिए फायदे में रहती है, क्योंकि वो सलामी बल्लेबाज के ऊपर कम रकम देते हैं। उदाहरण के तौर पर जॉनी बेयरस्टो को 3 करोड़ में खरीदा गया था, लेकिन उनकी बल्लेबाजी की कीमत 20 करोड़ की है।)
(आरसीबी इस मैच को जीत सकती थी, अगर एबी अंत तक रहते। विराट कोहली को जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी। हम अगर दबाव में होते हैं, तो जीत नहीं पाते। हर बार विराट यह कहते हैं कि पिच सूखा था और लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं था। मुझे उनका स्टेटमेंट अच्छा नहीं लगा।)