इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2020) का आधा सफर तय हो चुका है और टूर्नामेंट अपने रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है, जब हर टीम की नजर प्ले ऑफ में जगह बनाने पर है। अभी तक मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) और दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) दो ऐसी टीमें है, जिनका प्रदर्शन काफी जबरदस्त रहा है और दोनों टीमें अंक तालिका में सबसे ऊपर भी है।
हालांकि कुछ टीमें ऐसे भी रही है, जिनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक बिल्कुल भी नहीं रहा है। अभी कहना काफी मुश्किल है कि कौन सी टीमें प्लेऑफ में जगह बनाने में कामयाब हो पाएंगीं। इसके पीछे की मुख्य वजह यह भी है कि कई टीमों को अभी भी उनकी सर्वश्रेष्ठ इलेवन नहीं मिल पाई है।
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IPL में हार-जीत लगी रहती है और टीमों को अपने अनुभवी खिलाड़ी पर विश्वास जताना काफी जरूरी होता। हालांकि अभी तक ऐसे कई अहम खिलाड़ी रहे हैं, जिनके ऊपर उनकी टीमों ने ज्यादा विश्वास नहीं दिखाया और बहुत जल्दी प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया। यह खिलाड़ी अगर प्लेइंग में शामिल रहते, तो टीम की स्थिति काफी बेहतर हो सकती थी।
इस लिस्ट में हम ऐसे ही 3 दिग्गज खिलाड़ियों के बारे में बात करने वाले हैं, जिन्हें IPL 2020 में उनकी टीमों ने बाहर करके गलत फैसला लिया:
#) कुलदीप यादव (कोलकाता नाइट राइडर्स)
चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को IPL 2020 के लिए कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपनी टीम में रिटेन किया था, लेकिन पिछले साल की तरह इस सीजन में भी टीम ने उन्हें ड्रॉप कर दिया। कुलदीप यादव को इस सीजन सिर्फ 3 मैच खेलने को मिले और वो पिछले कुछ मैचों से बाहर ही बैठे हैं।
कुलदीप यादव के पास अनुभव की कोई कमी नहीं है और यूएई की विकेट स्पिनर्स के मददगार साबित हो रही है और कोलकाता की गेंदबाजी काफी संघर्ष करती हुई नजर आ रही है। इसके अलावा टीम के मुख्य स्पिनर सुनील नारेन भी संदिग्ध एक्शन पाए जाने के बाद नहीं खेल रहे हैं। कुलदीप यादव अगर प्लेइंग इलेवन में शामिल होते, तो केकेआर की गेंदबाजी को काफी मजबूती मिलती। कुलदीप के रहने से केकेआर की टीम लॉकी फर्ग्यूसन को भी खिला सकती थी, लेकिन टीम ने इसके विपरीत ही फैसला लिया है।
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#) मोईन अली (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर)
इंग्लैंड टीम के दिग्गज ऑलराउंडर मोईन अली को इस साल रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम में सिर्फ एक ही मैच खेलने का मौका मिला और उसके बाद टीम ने उन्हें ड्रॉप कर दिया। हालांकि उनको बाहर करना टीम का फैसला काफी गलत था। अली न सिर्फ एक अच्छे ऑफ स्पिनर है, बल्कि एक बेहतरीन मध्यक्रम बल्लेबाज भी हैं।
मोईन अली के रूप में आरसीबी के पास एक अच्छा फिनिशर का विकल्प है, लेकिन टीम ने उनके ज्यादा विश्वास नहीं दिखाया। किंग्स XI पंजाब के खिलाफ मैच में लेग स्पिनर्स के खिलाफ आरसीबी ने एबी डीविलियर्स से पहले वॉशिंगटन सुंदर और शिवम दुबे को आजमाया, लेकिन दोनों ही फ्लॉप हुए और परिणाम स्वरूप टीम को हार झेलनी पड़ी।
आरसीबी अगर मोईन अली को प्लेइंग में शामिल करती है, तो स्पिनर्स के खिलाफ तेजी से रन बना सकते हैं। इसके अलावा यूएई की धीमी विकेट पर उनकी गेंदबाजी भी काफी कारगार साबित हो सकती ।
#) मोहम्मद नबी (सनराइजर्स हैदराबाद)
अफगानिस्तान के पूर्व कप्तान मोहम्मद नबी IPL में शानदार प्रदर्शन करके आ रहे हैं और उन्हें इस सीजन सिर्फ एक ही मैच खेलने का मौका मिला है, जोकि काफी निराशाजनक है। सनराइजर्स हैदराबाद ने अपनी बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए केन विलियमसन के रूप में अतिरिक्त बल्लेबाज खिलाया।
हालांकि यह फैसला टीम के खिलाफ ही गया है, क्योंकि टीम को दो बार फिनिशर की कमी साफ तौर पर खली है, जब पूरा दबाव युवा भारतीय खिलाड़ियों पर आ गया। नबी प्लेइंग इलेवन का हिस्सा होते, तो वो न सिर्फ फिनिशर की भूमिका निभा सकते, बल्कि भुवनेश्वर कुमार की गैरमौजूदगी में गेंदबाजी में भी मजबूती प्रदान कर सकते थे।
हालांकि अभी भी समय है और अगर सनराइजर्स हैदराबाद को प्लेऑफ में जगह बनानी है, तो उन्हें अपनी टीम में मोहम्मद नबी को जरूर शामिल करना चाहिए।