रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bangalore) ने इस बार अपनी पिछली सभी जीत से भी धाकड़ जीत हासिल की। कोलकाता नाइटराइडर्स (Kolkata Knight Riders) को यह बात समझ में नहीं आई होगी कि कब मैच शुरू हुआ और कब इसका अंत हुआ। सब चीजें एकदम तेजी से हुआ। इसका श्रेय आरसीबी के बेहतरीन प्रदर्शन, रणनीति और लागू करने के तरीकों को जाता है। केकेआर की आठ विकेट से पराजय की उम्मीद किसी ने नहीं की होगी। ओइन मॉर्गन के आने के बाद भी केकेआर का प्रदर्शन वैसा ही है। दिनेश कार्तिक के समय टीम को 4 जीत मिली थी लेकिन मॉर्गन के आने के बाद तीन में से दो मैचों में पराजय हो चुकी है।
आरसीबी ने शुरू से ही दबाव बनाकर केकेआर को मैच में वापस आने का मौका नहीं दिया। मुकाबले में हर क्षेत्र में सिर्फ आरसीबी ही नजर आ रही थी। यही वजह रही कि केकेआर की कोई भी योजना काम नहीं आ सकी। इस आर्टिकल में कोलकाता नाइटराइडर्स की हार के तीन कारणों के बारे में बताया गया है।
कोलकाता नाइटराइडर्स की हार के 3 कारण
मोहम्मद सिराज की धाकड़ गेंदबाजी
मोहम्मद सिराज ने नई गेंद का बेहतरीन इस्तेमाल करते हुए केकेआर को बैकफुट पर धकेल दिया और वहां से यह टीम वापस मैच में नहीं आ सकी। सिराज ने लगातार दो मेडन ओवर डालने के अलावा तीन विकेट हासिल कर आरसीबी को मैच में काफी आगे कर दिया। इस गेंदबाजी की वजह से ही केकेआर का स्कोर 84 रन तक सीमित हो गया। सिराज ने 4 ओवर में 8 रन देकर 3 विकेट चटकाए।
बल्लेबाजों का शर्मनाक प्रदर्शन
केकेआर के बल्लेबाजों की गलती पूरी तरह से मानी जा सकती है। विकेट इतनी भी खराब नहीं थी कि वहां टिककर खेल ही नहीं सकते थे। बल्लेबाजों ने सिराज को हल्के में लिया जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। किसी भी बल्लेबाज ने इच्छा शक्ति नहीं दिखाई।
पारी में 4 मेडन ओवर
आईपीएल की एक पारी में चार मेडन ओवर डालने का कारनामा पहले कभी नहीं हुआ। केकेआर के लिए इन चार ओवरों में एक भी रन नहीं बनना घाटे का सौदा साबित हुआ। मोहम्मद सिराज ने 2 ओवर मेडन डाले। उनके अलावा क्रिस मॉरिस ने एक और वॉशिंगटन सुंदर ने भी एक ओवर मेडन डाला। इन चार ओवरों से केकेआर पर दबाव बना और कुल स्कोर भी कम बना।