सनराइजर्स हैदराबाद की खराब किस्मत ही कहें कि मैच के करीब जाकर उन्हें केकेआर के खिलाफ सुपर ओवर में हार का सामना करना पड़ा। सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान डेविड वॉर्नर ने मध्य क्रम में बल्लेबाजी करते हुए अपनी तरफ से पूरी कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। सनराइजर्स हैदराबाद की टीम के लिए आईपीएल प्लेऑफ़ हर मैच के साथ दूर होता जा रहा है। केकेआर की टीम ने कम स्कोर के बाद भी पूरी तरह से जोर लगा दिया। सनराइजर्स हैदराबाद की टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए बीच में धीमी रही और उसका खामियाजा उन्हें मैच टाई होने के बाद सुपर ओवर में हार के रूप में भुगतना पड़ा।
केकेआर के नए कप्तान ओइन मॉर्गन के लिए दूसरे मैच में कप्तानी करते हुए यह पहली जीत है। मॉर्गन ने बेहतरीन लीडरशिप दिखाते हुए टीम को जीत की राह पर लाने का काम किया है। सनराइजर्स हैदराबाद के लिए डेविड वॉर्नर ने नाबाद 47 रन बनाए लेकिन इसका फायदा नहीं हुआ। इस आर्टिकल में सनराइजर्स हैदराबाद की हार के कारणों के बारे में बताया गया है।
सनराइजर्स हैदराबाद की हार के 3 कारण
टॉस जीतकर गलत फैसला
सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान डेविड वॉर्नर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया। यह फैसला गलत कहा जा सकता है। लक्ष्य का पीछा करते हुए धीमी पिच पर मुश्किलों का सामना करना पड़ता है और यह अन्य मैचों में भी देखा गया है। टॉस जीतकर वॉर्नर को पहले बल्लेबाजी का फैसला लेना चाहिया था।
मॉर्गन-कार्तिक की धाकड़ बल्लेबाजी
कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए मोइन मॉर्गन और दिनेश कार्तिक ने अंत में धाकड़ बल्लेबाजी करते हुए केकेआर का स्कोर 163 रनों तक पहुँचाया। मॉर्गन ने 23 गेंद पर 34 रन बनाए। दिनेश कार्तिक ने भी 14 गेंद पर 29 रनों की आतिशी पारी खेली। इन दोनों की पारियां सनराइजर्स हैदराबाद की टीम के लिए भारी पड़ गई।
लोकी फर्ग्युसन की धारदार गेंदबाजी
केकेआर की टीम के लिए लोकी फर्ग्युसन ने शानदार गेंदबाजी की। मॉर्गन ने फर्ग्युसन को अंतिम ग्यारह में खिलाया और यह फैसला सही साबित हुआ। 4 ओवर में 15 रन देकर 3 विकेट लेने के बाद फर्ग्युसन ने सुपर ओवर में भी जबरदस्त गेंदबाजी की। फर्ग्युसन ने हैदराबाद को दोनों बल्लेबाजों को सुपर ओवर में 2 रन पर आउट कर दिया। केकेआर की टीम को सुपर ओवर में जीत मिल गई।