IPL 2021 - मुंबई के खिलाफ केकेआर के संघर्ष को लेकर पूर्व खिलाड़ी ने दिया IND-PAK का उदाहरण

मुंबई इंडियंस के खिलाफ कोलकाता नाइटराइडर्स का हेड टू हेड रिकॉर्ड खराब है
मुंबई इंडियंस के खिलाफ कोलकाता नाइटराइडर्स का हेड टू हेड रिकॉर्ड खराब है

कोलकाता नाइटराइडर्स (Kolkata Knight Riders) ने गुरुवार को आईपीएल 2021 (IPL 2021) के 34वें मैच में मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) को एकतरफा मुकाबले में 7 विकेट से हरा दिया। मुंबई इंडियंस ने पहले बल्‍लेबाजी की और 20 ओवर में 6 विकेट पर 155 रन बनाए। जवाब में केकेआर ने 15.1 ओवर में तीन विकेट खोकर लक्ष्‍य हासिल कर लिया।

यह जीत वाकई केकेआर के लिए विशेष रही, लेकिन इससे पहले उसका मुंबई के खिलाफ रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है। दोनों टीमों के बीच गुरुवार के मुकाबले से पहले 28 मैच खेले गए थे, जिसमें एमआई ने 22 जबकि केकेआर ने केवल 6 मैच जीते थे।

अजय जडेजा ने केकेआर के एमआई के खिलाफ खराब प्रदर्शन को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। पूर्व भारतीय बल्‍लेबाज ने इसे समझाने के लिए भारत-पाकिस्‍तान के विश्‍व कप में हुए मुकाबलों का उदाहरण दिया।

पता हो कि वनडे या टी20 विश्‍व कप में भारत कभी पाकिस्‍तान से हारा नहीं है। जडेजा ने कहा कि प्रतिद्वंद्विता के शुरूआती सालों में भारतीय टीम स्विंग को मदद करने वाली परिस्थितियों में पाकिस्‍तान के मिडिल ऑर्डर की कमजोरी को उजागर करके मैच जीतती थी। उन्‍होंने कहा कि केकेआर के पास पहले एमआई के खिलाफ इसी प्रकार एक्‍स फैक्‍टर की कमी थी।

क्रिकबज से बातचीत में जडेजा ने कहा, 'आप विश्‍व कप में भारत-पाकिस्‍तान मुकाबलों के बारे में बात कीजिए। एक मैच को छोड़कर सभी मैच स्विंग होने वाली स्थितियों में खेले गए। वहां हम हमेशा उन पर हावी होते थे। हम उनके टॉप ऑर्डर को आउट करते थे। फिर नंबर-4 से 6 तक के बल्‍लेबाजों पर दबाव बनाते थे, जो अपना दिन होने पर सभी मैच विजेता थे। उन स्थितियों में वह थोड़े असहज होते थे और उनकी बॉडी लैंग्‍वेज बदल जाती थी। आपको वो शैली खोजनी होती है। कोलकाता पिछले कुछ सालों में ऐसा नहीं कर सकी है।'

गौतम गंभीर की कप्‍तानी में अलग थी केकेआर: अजय जडेजा

अजय जडेजा ने आगे कहा कि यह अनोखी शैली गौतम गंभीर युग के दौरान दिखती थी। गंभीर के नेतृत्‍व में केकेआर ने दो बार आईपीएल खिताब जीता, जहां अनजान खिलाड़‍ियों के प्रदर्शन को समर्थन मिलता था, जो बड़ी टीमों को हैरान करते थे।

जडेजा ने कहा, 'गंभीर का समय ही अलग था। वह जिद्दी व्‍यक्ति थे, जिनकी एक स्‍टाइल थी। आप जानते ही हैं कि 2012 में कैसे उन्‍होंने फाइनल में सीएसके को हराया था। तब किसी बड़े खिलाड़ी ने नहीं बल्कि मानविंदर बिस्‍ला की पारी ने मैच जिताया था। आपको कुछ नया खोजना होता है, जिसकी विरोधी टीम कल्‍पना नहीं कर सके।'

अजय जडेजा ने मुंबई और कोलकाता की स्‍टाइल में फर्क बताया। उन्‍होंने कहा कि पिछले कई सालों से रोहित शर्मा के नेतृत्‍व में मुंबई अपनी रणनीति को लेकर निरंतर है, वहीं केकेआर में कप्‍तानी के बदलाव से चीजें बदली और उनके विश्‍वास में कमी आई।

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Edited by Vivek Goel