काफी समय से आईपीएल (IPL) में विदेशी खिलाड़ियों के खेलने को लेकर लगाए जा रहे कयासों के बीच एक अच्छी खबर आई है। दो क्रिकेट बोर्ड ने यूएई में आईपीएल के दूसरे चरण में खिलाड़ियों की उपलब्धता सुनिश्चित की है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने अपने खिलाड़ी आईपीएल में भेजने की पुष्टि कर दी है।
आईपीएल के सीओओ हेमंग अमीन ने सभी फ्रेंचाइजी को इस बारे में जानकारी दी है। हालांकि क्रिकेट बोर्डों ने खिलाड़ियों को खेलने के लिए अनुमति प्रदान कर दी है लेकिन इसमें हिस्सा लेने या नहीं लेना का निर्णय उनको करना है। क्रिकेटबज की एक रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा कि पूरे टूर्नामेंट के दौरान खिलाड़ी उपलब्ध रहेंगे।
ईसीबी द्वारा आईपीएल में खिलाड़ियों की भागीदारी की पुष्टि के साथ अब यह निश्चित है कि उनके कुछ पहली पसंद के खिलाड़ी पाकिस्तान नहीं जाएंगे, जहां इंग्लैंड की टीम को रावलपिंडी में 13 और 14 अक्टूबर को दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने हैं। न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने भी पाकिस्तान दौरे के लिए अलग टीम का ऐलान किया है। आईपीएल में खेलने वाले खिलाड़ी वहां नहीं जाएंगे।
इससे पहले अटकलों के बाजार गर्म थे और सवाल भी थे कि क्या यूएई में आईपीएल के दूसरे चरण में खेलने के लिए खिलाड़ी आएँगे। हालांकि इंग्लैंड का बांग्लादेश दौरा स्थगित होने से कुछ राहत की सांस बीसीसीआई को मिली थी। इसके बाद बोर्ड ने अलग-अलग देशों के क्रिकेट बोर्ड से बात कर आईपीएल में खिलाड़ियों की उपलब्धता का आग्रह किया।
हालांकि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने की अनुमति देने से उनका भी एक फायदा होना है। आईपीएल के तुरंत बाद टी20 वर्ल्ड कप होना है और यह टूर्नामेंट भी यूएई में ही खेला जाना है। ऐसे में आईपीएल के दौरान वहां खेलने वाले खिलाड़ियों को कोई शायद कोई परेशानी नहीं होगी।
आईपीएल का आगाज 19 सितम्बर से होगा और फाइनल मैच 15 अक्टूबर को खेला जाएगा। टीमों को भी तैयार होते देखा जा सकता है। चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम वहां पहले ही चली गई है। महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में चेन्नई ने पहले चरण में बेहतर प्रदर्शन किया था।