चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग (Stephen Fleming) ने खुलासा किया है कि आखिरी गेंद पर जब मुंबई इंडियंस (MI) को जीत के लिए सिर्फ 2 रन चाहिए थे तो फील्ड फैलाकर क्यों रखी गई थी। उन्होंने बताया कि कप्तान धोनी ने ऐसा क्यों किया था। फ्लेमिंग के मुताबिक सीएसके को पता था कि पोलार्ड लंबे शॉट लगा सकते हैं और इसीलिए फील्डर्स को बाउंड्री पर रखा गया था।
219 के लक्ष्य का पीछा करते हुए मुंबई इंडियंस को आखिरी गेंद पर जीत के लिए 2 रन चाहिए थे। हालांकि इसके बावजूद एम एस धोनी ने सभी प्लेयर्स को बाउंड्री लाइन पर ही रखा और इसका फायदा उठाते हुए किरोन पोलार्ड ने दो रन चुरा लिए और अपनी टीम को जीत दिला दी।
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स्टीफन फ्लेमिंग ने आखिरी गेंद पर लगाई गई फील्डिंग को लेकर दी प्रतिक्रिया
मैच के बाद स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा कि वो फैली हुई फील्ड को देखकर हैरान नहीं थे क्योंकि 2019 के आईपीएल फाइनल की तरह चेन्नई सुपर किंग्स लकी रन आउट का चांस ढूंढ रही थी। फ्लेमिंग ने कहा,
मैं फील्ड देखकर बिल्कुल भी हैरान नहीं था। पोलार्ड गेंद को काफी अच्छी तरह से टाइम करते हैं और आपको पता नहीं होता है कि वो क्या करने जा रहे हैं। अगर ईमानदारी से कहूं तो हम लोग सोच रहे थे कि रन आउट हो जाए जैसा 2019 के फाइनल के दौरान हुआ था। आखिरी गेंद के अलावा और भी कई चीजें हैं जिस पर हमें ध्यान देने की जरुरत है।
इससे पहले कप्तान एम एस धोनी ने अपनी टीम की हार के लिए खराब गेंदबाजी और फील्डिंग को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि अहम मौकों पर कैच ड्रॉप करना टीम को भारी पड़ गया।
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