दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) की टीम राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के खिलाफ मैच में लक्ष्य के करीब जाकर पराजित हो गई। पहले खेलते हुए राजस्थान ने 222 रनों का स्कोर हासिल किया। जवाब में खेलते हुए दिल्ली की टीम 207 रनों के स्कोर तक पहुँच सकी। नो बॉल नहीं देने को लेकर हंगामा भी मैदान पर हुआ। ऋषभ पन्त (Rishabh Pant) ने इन सब पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
ऋषभ पन्त ने कहा कि मुझे लगता है कि वे पूरे गेम में अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे लेकिन अंत में पॉवेल ने हमें मौका दिया, मुझे लगा कि नो-बॉल हमारे लिए कीमती हो सकती है लेकिन यह मेरे नियंत्रण में नहीं है। हां, निराश हूं लेकिन इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कर सकता। हर कोई निराश था कि यह (कमर के) करीब भी नहीं था, मैदान में सभी ने देखा और मुझे लगता है कि तीसरे अंपायर को हस्तक्षेप करना चाहिए था और कहना चाहिए कि यह नो बॉल था।
पन्त ने नो बॉल वाले मामले में असिस्टेंट कोच प्रवीण आमरे को मैदान पर भेजने की घटना को गलत बताया। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से यह सही नहीं था लेकिन जो हमारे साथ हुआ वह भी सही नहीं था। यह मामले की गर्मागर्मी में हो गया। दोनों तरफ से गलती थी लेकिन निराशाजनक है क्योंकि टूर्नामेंट में हमने अच्छी अंपायरिंग देखी है। जब विपक्षी ने 200 से ज्यादा रन बनाए हैं और करीब जाकर ऐसा होना निराश करने वाला है। मुझे लगता है कि हम काफी ज्यादा बेहतर गेंदबाजी कर सकते थे।
गौरतलब है कि राजस्थान रॉयल्स के लिए जोस बटलर ने बेहतरीन शतकीय पारी खेली। वह 116 रन बनाकर आउट हुए। उनके शतक की बदौलत राजस्थान रॉयल्स की टीम बड़ा स्कोर खड़ा करने में सफल रही। दिल्ली की गेंदबाजी आज औसत दर्जे की भी नहीं थी।