चेन्नई सुपरकिंग्स (Chennai Super Kings) का मौजूदा आईपीएल (IPL 2022) में प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। चार बार की चैंपियन सीएसके की टीम प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी है।
चेन्नई सुपरकिंग्स ने बीच सीजन में कप्तानी में बदलाव किए। आईपीएल 2022 के शुरू होने से पहले रविंद्र जडेजा को फ्रेंचाइजी का कप्तान बनाया गया था, लेकिन टीम के खराब प्रदर्शन के कारण ऑलराउंडर ने बीच सीजन कप्तान छोड़ी और एमएस धोनी को कमान सौंप दी।
जडेजा पर कप्तानी का दबाव इस कदर हावी हो गया था कि वो गेंद और बल्ले से दमदार प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे। धोनी ने भी स्वीकार किया था कि कप्तानी का प्रभाव जडेजा के खेल पर पड़ रहा था।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर शेन वॉटसन ने इस मामले पर प्रकाश डाला और जडेजा के लिए उन्हें बुरा लगा। द ग्रेड क्रिकेटर पोडकास्ट पर बातचीत करते हुए वॉटसन ने कहा, 'जब मैंने शुरूआत में सुना कि जडेजा कप्तानी करने वाले हैं तो मैं हैरान रह गया क्योंकि सभी जानते हैं कि जब एमएस धोनी मैदान पर हैं तो लीडर के रूप में उनकी ख्याति ऐसी है कि जडेजा के लिए मुश्किलें खड़ी होंगी। मैं हैरान था। अगर एमएस धोनी मैच नहीं खेलते, चोटिल हो जाते या फिर किसी मैच में आराम करते तो जडेजा के लिए कप्तानी करने का समय सही होता। जब एमएस धोनी मैदान में हो तो कप्तान होने के नाते जडेजा के लिए मुश्किल होनी ही थी।'
वॉटसन ने आगे कहा, 'मुझे जडेजा के लिए बुरा लग रहा है क्योंकि वो शानदार लड़का है। काफी शैलीपूर्ण क्रिकेटर है, जिसमें लगातार सुधार हो रहा है। मुझे उसके लिए बुरा लग रहा है क्योंकि उसे वहां नहीं होना था। मगर एमएस धोनी का कप्तान बनना सही फैसला था। जब आप पर दबाव हो और कप्तानी छोड़ने का बड़ा फैसला लेना आसान नहीं। आपको लगता है कि सार्वजनिक रूप से आप शर्मिंदा हुए हैं। मेरे साथ ऐसा हुआ था जब मैंने राजस्थान रॉयल्स की कप्तानी छोड़ी थी। जडेजा ने जो फैसला लिया, इसके लिए काफी हौसले की जरूरत होती है।'
बता दें कि रविंद्र जडेजा का मौजूदा सीजन में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। उन्होंने 10 मैचों में 116 रन बनाए और 5 विकेट लिए।