क्रिकेट में वैसे तो बल्लेबाज को आउट करने के लिए विभिन्न प्रकार के तरीके है, मगर एक ऐसा भी तरीका है जिसे क्रिकेट में खेल भावना के विपरीत देखा जाता है और यह गेंद डालने से पहले नॉन स्ट्राइकर छोर पर रन आउट का है। इस तरीके को पहले मांकड़ नाम से भी जाना था। इस नियम की अनुसार अगर नॉन स्ट्राइकर पर खड़ा बल्लेबाज गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटने से पहले अपनी क्रीज छोड़ देता है तो गेंदबाज के पास उससे आउट करना का हक है, और ये क्रिकेट नियम के अंतर्गत भी है। मांकड़ शब्द भारत के पूर्व क्रिकेटर वीनू मांकड़ के नाम पर पड़ा, क्योंकि पहली बार उन्होंने ही इस तरह से रन आउट किया था।
आईपीएल में इसका इस्तेमाल साल 2019 में रविचंद्रन अश्विन ने जोस बटलर को आउट कर के किया था, जिसके बाद कई क्रिकेट जानकर ने अश्विन की आलोचना की थी और अब साल 2023 के आईपीएल के 15वें मुकाबले में भी यह देखने को मिला। आरसीबी बनाम लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच कल खेले गए मुकाबले में, आरसीबी के गेंदबाज हर्षल पटेल ने इस नियम के तहत लखनऊ के खिलाड़ी रवि बिश्नोई को आउट करने की कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं रहे और उनकी आलोचना भी काफी हुई। अब इस मुद्दे पर अश्विन ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
मैं खुश हूँ कि किसी ने तो हिम्मत दिखाई - अश्विन
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, अश्विन ने बात करते हुए रिपोर्टर्स से कहा,
मैं मैच देख रहा था और अपनी पत्नी को कह रहा था की उसे बल्लेबाज को रन आउट कर देना चाहिए। और उसने ये किया। मैं बहुत खुश था कि कम से कम किसी गेंदबाज ने तो हिम्मत दिखाई, और मैं उम्मीद करता हूं कि आगे भी बहुत से गेंदबाज ऐसा करेंगे।
अश्विन ने आगे कहा ,
जब आपको एक बाॅल में एक रन की जरूरत है तो, नॉन स्ट्राइकर पर खड़ा बल्लेबाज जरूर दौड़ेगा। और मैं हमेशा रुक कर उससे आउट करने की कोशिश करूंगा। और इसमें मुझे कोई समस्या भी नहीं दिखती।
बता दें कि लखनऊ सुपर जायंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच कल खेले मुकाबले में लखनऊ ने बैंगलोर को मैच की आखिरी गेंद पर हरा कर 1 विकेट से जीत हासिल की थी। आखिरी गेंद पर लखनऊ के बल्लेबाजों ने बाई का एक रन भाग कर पूरा किया और मुकाबला अपनी टीम को जिताया।