केकेआर (KKR) के बल्लेबाज रिंकू सिंह (Rinku Singh) ने जिस तरह से गुजरात टाइटंस के खिलाफ मुकाबले में आखिरी ओवर में पांच छक्के लगाकर जीत दिलाई थी उसकी काफी तारीफ हो रही है। हालांकि टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंदर सहवाग का मानना है कि अब रिंकू सिंह अपना ये रिकॉर्ड कभी नहीं तोड़ पाएंगे। उन्होंने कहा कि इतिहास में इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ था और ना ही रिंकू सिंह अब आगे ऐसा कर पाएंगे।
कोलकाता नाइट राइडर्स और गुजरात टाइटंस के बीच अहमदाबाद में खेला गया मुकाबला काफी जबरदस्त रहा था। केकेआर को आखिरी ओवर में जीत के लिए 29 रन चाहिए थे और क्रीज पर रिंकू सिंह और उमेश यादव बचे हुए थे। गुजरात टाइटंस की तरफ से आखिरी ओवर में यश दयाल गेंदबाजी के लिए आए। सबको लगा कि इतने रन नहीं बनेंगे और गुजरात टाइटंस आसानी से मुकाबला जीत जाएगी लेकिन रिंकू सिंह ने 5 छक्के लगाते हुए इस ओवर में कुल 31 रन बटोरे और अपनी टीम को ऐतिहासिक जीत दिला दी और एक बड़ा कारनामा कर दिखाया।
रिंकू सिंह दोबारा ये कारनामा नहीं कर सकते हैं - वीरेंदर सहवाग
हालांकि वीरेंदर सहवाग का मानना है कि इस तरह की चीजें बार-बार नहीं हो सकती हैं। क्रिकबज्ज पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा "अब केकेआर टीम के अंदर एक विश्वास आ गया है कि रिंकू सिंह मौजूद हैं। जब धोनी ने मैचों को फिनिश करना शुरू किया था तब उनको लेकर भी सबके अंदर यही विश्वास था। 90 के दशक में तेंदुलकर को लेकर लोगों के अंदर ये विश्वास था और अब रिंकू सिंह के साथ ऐसा है। क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था और ना ही रिंकू सिंह अब इसे दोबारा कर पाएंगे।"
सहवाग ने आगे कहा "जो रिकॉर्ड उस दिन बना वो शायद टूट जाए लेकिन रिंकू सिंह खुद अपनी लाइफ में लगातार छह छक्के लगाकर उस रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाएंगे। आपको लक की भी जरूरत होती है। अगर उस दिन अल्जारी जोसेफ गेंदबाजी कर रहे होते तो रिंकू को भी पता होता कि वो उन्हें नहीं मार सकते हैं। चुंकि यश दयाल को सारा जीवन उन्होंने नेट्स में खेला है और इसी वजह से चीजें उनके लिए आसान हो गईं।"