टीम इंडिया और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) के मैदान पर आक्रामक व्यवहार से हर कोई वाकिफ है। उनके और विरोधी खिलाड़ियों के बीच कई बार मैदान पर बहस देखने को मिली है। इसके अलावा वह विकेट गिरने पर काफी आक्रामक अंदाज में जश्न मनाते हैं और ऐसा लगता है कि उन्होंने ही विकेट लिया हो। आईपीएल 2023 में एक मुकाबले के दौरान आक्रामक जश्न की वजह से उन पर जुर्माना भी लगा था।
विराट कोहली को देखकर लगता है कि वह काफी आक्रामक हैं लेकिन सच्चाई इसके ठीक उलट है। विराट को हाथापाई और मारपीट से काफी डर लगता है। उन्होंने इसका खुलासा जतिन सप्रू के साथ एक इंटरव्यू में किया, साथ ही कहा कि मुंह से जितना बोलना है बोल सकते हैं, लेकिन शारीरिक लड़ाई कभी नहीं करते। वह मैदान पर खिलाड़ियों से भिड़ जाते हैं, क्योंकि वहां अंपायर होते हैं। वहां ऐसी लड़ाई नहीं हो सकती।
जतिन सप्रू ने विराट कोहली से बचपन में गली क्रिकेट खेलने को लेकर भी सवाल किया। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा,"मैं जज्बाती बच्चा था, क्योंकि मैं क्रिकेट खेलना पसंद करता था और सोसाइटी के लोगों को यह पता था। मैं अपने भाई के दोस्तों के साथ खेलता था। वह मुझसे 7 साल बड़े हैं। मुझे अपनी उम्र के बच्चों के साथ खेलना अच्छा नहीं लगता था। मुझे लगता था कि थोड़ा कंपटीशन चाहिए। मुझे लगता था मैं इन बड़े बच्चों के साथ खेल सकता हूं। उन्होंने मुझे अपनी टीम का हिस्सा बनाना शुरू कर दिया। मैंने उनके साथ खेलना शुरू कर दिया। उन्हें समझ में आ गया कि इसमें क्रिकेट का बहुत बड़ा कीड़ा है।"
कोहली ने आगे बताया, "स्टंप्स, बैट, बॉल हमारे घर पर होते थे। सबकुछ मैं लेकर जाता था। शीशा टूटता था सब घर भागते थे। मैं अकेला होता था ग्राउंड में। स्टंप लेकर जाता था, आंटियों से डांट भी खानी पड़ती और बॉल भी उनसे लेकर जाना होता था। मैं किसी से लड़ाई-वड़ाई भी नहीं करता था, शारीरिक तौर पर तो चांस ही नहीं है। मुझे लगता था कोई मुझे मारकर निकल जाएगा। मैं तो मर जाउंगा, उसको नहीं पता क्या होना है। आप मुंह से कुछ भी बुलवा लो, लेकिन मैं शारीरिक लड़ाई कभी नहीं करता। ग्राउंड पर पता होता है कि वहां लड़ाई नहीं हो सकती। वहां अंपायर बीच में आ जाएंगे।"