Pragyan Ojha on Sanju Samson dismissal : राजस्थान रॉयल्स और दिल्ली कैपिटल्स के मैच में संजू सैमसन के विवादास्पद आउट को लेकर लगातार बयान सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में पूर्व भारतीय स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने भी अपनी राय रखी है। उन्होंने कहा कि संजू सैमसन को लेकर जो इतना विवाद हुआ है, वो बिल्कुल भी नहीं होता अगर अंपायर ने अपना पूरा समय लेकर फैसला दिया होता।
दरअसल राजस्थान रॉयल्स की पारी के 16वें ओवर के दौरान संजू सैमसन छक्का लगाने के प्रयास में अपना विकेट गंवा बैठे। शाई होप ने बाउंड्री लाइन के पास उनका कैच लपका। हालांकि, यह नहीं पता चल पा रहा था कि होप का पैर बाउंड्री लाइन को टच कर रहा था या नहीं, लेकिन आरआर के कप्तान को आउट दे दिया गया। वहीं कुछ रीप्ले में देखने पर पता चला कि शाई होप का पैर बाउंड्री लाइन को टच कर गया था और ज्यादातर लोगों का यही मानना था कि संजू सैमसन आउट नहीं थे और उसे छक्का दिया जाना चाहिए था।
संजू सैमसन के विकेट ने मैच का पासा पलट दिया - प्रज्ञान ओझा
वहीं प्रज्ञान ओझा ने जियो सिनेमा पर बातचीत के दौरान संजू सैमसन के इस विवादित फैसले को लेकर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा,
हमें इस बात को दिमाग में रखना होगा कि ये एक अहम प्लेयर का विकेट था। इसके अलावा ये भी पता होना चाहिए कि हमारे पास तकनीक है और हम समय लेकर इसे अच्छी तरह से देख सकते हैं। पूरा मैच इसी विकेट पर टिका हुआ था। विकेट गिरते ही मोमेंटम शिफ्ट हो गया। चर्चा ये है कि शाई होप का पैर बाउंड्री लाइन को टच किया था, या उनका शैडो था। अगर आप इसे देखने के लिए थोड़ा और समय लेते तो शायद चीजें एकदम क्लियर हो जाती। संजू सैमसन को भी पता था कि ये मैच अधर में है। अगर वो लगातार खेल रहे होते तो शायद उनकी टीम आज ही प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर जाती।
आपको बता दें कि संजू सैमसन ने इस मैच में 46 गेंदों में 86 रनों की अहम पारी खेली, जिसमें 8 चौके और 6 छक्के शामिल रहे। हालांकि उनके आउट होते ही मैच का पासा पलट गया।