IPL Retention Purse Explained: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के अगले सीजन के लिए मेगा ऑक्शन होना है और उससे पहले 31 अक्टूबर तक सभी टीमों को अपने रिटेन किए गए खिलाड़ियों की लिस्ट देनी है। हाल ही में पता चला है कि सनराइजर्स हैदराबाद ने हेनरिक क्लासेन को रिटेन करने के लिए 23 करोड़ रूपये खर्च करने का फैसला किया है। इसके बाद ही लोगों के मन में सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि आखिर रिटेंशन के 75 करोड़ रूपयों का फ्रेंचाइजियां कैसे इस्तेमाल कर सकती हैं।
छह रिटेन किए गए खिलाड़ियों में एक कैप्ड का होना अनिवार्य
बीसीसीआई ने कुल छह खिलाड़ियों को रिटेन करने की छूट टीमों को दी है जिसमें एक अनकैप्ड खिलाड़ी होना अनिवार्य है। बोर्ड के मुताबिक पहले तीन कैप्ड खिलाड़ियों के लिए टीमें 18, 14 और 11 करोड़ रूपये तो वहीं अंतिम दो के लिए 18 और 14 करोड़ खर्च कर सकती हैं। अनकैप्ड खिलाड़ी को रिटेन करने के लिए टीमों को केवल 4 करोड़ रूपये ही देने होंगे। हालांकि, टीमें चाहें तो वे केवल पांच खिलाड़ियों में ही अपने 75 करोड़ रूपये खर्च कर सकती हैं।
5 खिलाड़ियों में ही कैसे खर्च होंगे 75 करोड़?
यदि फ्रेंचाइजियां चाहें तो वे अपने पैसे केवल कैप्ड खिलाड़ियों के ऊपर ही खर्च कर सकती हैं। मान लीजिए किसी टीम ने पहले दो खिलाड़ियों को रिटेन करने के लिए 25 और 20 करोड़ रूपये खर्च कर दिए और फिर तीसरे खिलाड़ी पर भी उन्होंने 15 करोड़ खर्च किए तो उनके कुल 60 करोड़ रूपये खर्च हो गए। ऐसे में वे बाकी के दो खिलाड़ियों को केवल 15 करोड़ रूपये में ही रिटेन कर सकते हैं। हालांकि, इसके लिए उन्हें अपने खिलाड़ियों को कम पैसे में रिटेन होने के लिए राजी करना होगा।
रिटेंशन की लिस्ट आने में अभी दो सप्ताह का समय बचा हुआ है तो ऐसे में अभी बहुत सारी हलचल होनी बाकी है।