RTM rule and how to use in IPL 2025 Mega Auction: आईपीएल 2025 से पहले मेगा ऑक्शन को लेकर कई अहम नियमों की घोषणा हो चुकी है, जिसमें एक RTM कार्ड का विकल्प भी है। आईपीएल गर्वनिंग काउंसिल ने मीडिया रिलीज में बताया कि हर फ्रेंचाइजी 6 खिलाड़ियों को रिटेंशन या फिर आरटीएम के माध्यम से रिटेन कर सकती है। हालांकि, इनमें से 5 को डायरेक्ट रिटेंशन और 1 को आरटीएम के जरिए बरकरार रखा जा सकता है।
मेगा ऑक्शन में आरटीएम का नियम नया नहीं है लेकिन 2022 के सीजन से पहले हुए मेगा ऑक्शन से पहले हटा दिया था। हालांकि, अब एक बार फिर इसकी वापसी हुई है और कई लोगों को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होगी। इसी वजह से पहले हम आपको ये बता दें कि ये आरटीएम क्या होता है।
क्या होता है RTM?
आरटीएम यानी राइट टू मैच कार्ड एक ऐसा विकल्प है जो फ्रेंचाइजी को ऑक्शन के दौरान टेबल पर प्रदान किया जाता है। यह कार्ड फ्रेंचाइजी को एक्स्ट्रा रिटेंशन स्पॉट का प्रयोग करने और खिलाड़ी को उस कीमत पर प्राप्त करने की अनुमति देता है जो दूसरी टीम लगाई है। इस विकल्प का आखिरी बार 2018 आईपीएल से पहले खिलाड़ियों के मेगा ऑक्शन में उपयोग किया गया था।
क्रिकबज के मुताबिक, अगर कोई फ्रेंचाइजी छह खिलाड़ियों (5 कैप्ड और 1 अनकैप्ड) को रिटेन करती है तो फिर उसे मेगा ऑक्शन में एक भी आरटीएम नहीं मिलेगा। वहीं, अगर सिर्फ पांच खिलाड़ियों (4 कैप्ड और 1 अनकैप्ड) को रिटेन करती है तो फिर उसे एक आरटीएम कार्ड मिलेगा। इस तरह निर्धारित लिमिट से जितने कम खिलाड़ी रिटेन होंगे, उतने ही आरटीएम आपको मिल सकते हैं।
IPL 2025 मेगा ऑक्शन में RTM का कैसे होगा इस्तेमाल?
इस बार के मेगा ऑक्शन में आरटीएम को लेकर एक ट्विस्ट आया है। इसके तहत अबकी बार अगर कोई फ्रेंचाइजी आरटीएम का इस्तेमाल करती है फिर उस खिलाड़ी के लिए अधिकतम बोली लगाने वाली टीम को एक मौका और दिया जाएगा। अगर टीम बोली बढ़ाती है तो फिर आरटीएम इस्तेमाल करने वाली फ्रेंचाइजी को उतनी ही रकम चुकानी पड़ेगी। इसको हम आपको एक सरल उदहारण से समझाने का प्रयास करते हैं।
उदाहरण: यदि तुषार देशपांडे की नीलामी की जा रही है और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने उनके लिए 6 करोड़ रुपये की सबसे ऊंची बोली लगाई है, तो चेन्नई सुपर किंग्स (तुषार की वर्तमान फ्रेंचाइजी) से पहले पूछा जाएगा कि क्या वे अपने आरटीएम का प्रयोग करना चाहते हैं (अगर उनके पास हो)। अगर सीएसके आरटीएम का इस्तेमाल करती है, तो आरसीबी को रकम को बढ़ाने और अंतिम बोली लगाने का एक और मौका दिया जाएगा। अगर आरसीबी 9 करोड़ की अंतिम बोली लगाती है तो सीएसके अपने आरटीएम का उपयोग कर सकती है और तुषार को 9 करोड़ रुपये में फिर से साइन कर सकती है।