पूर्व दक्षिण अफ़्रीकी (South Africa) खिलाड़ी मोर्ने मोर्कल (Morne Morkel) ने ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ियों के बीच सौहार्दपूर्ण सम्बन्ध बनाने का श्रेय आईपीएल को दिया है। मोर्ने मोर्कल ने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स (RR), दिल्ली कैपिटल्स (DC) और कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) का प्रतिनिधित्व किया। वह 2014 में गौतम गंभीर के नेतृत्व में टी20 लीग जीतने वाली केकेआर टीम का हिस्सा थे।
एक यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए इस 36 वर्षीय खिलाड़ी ने आईपीएल के दौरान टीमों के साथ बिताए समय को फिर से याद किया। मोर्ने मोर्कल के अनुसार आईपीएल की सबसे बड़ी सकारात्मकता यह थी कि इसने विभिन्न देशों के खिलाड़ियों के बीच संबंधों में सुधार किया।
उन्होंने कहा कि जब दक्षिण अफ्रीका की टीम ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड से खेलती थी तो हमेशा थोड़ा तनाव होता था लेकिन आईपीएल ने उन सभी मतभेदों को तोड़ दिया। मुझे याद है कि एक साल हम वांडरर्स में ऑस्ट्रेलिया से खेले थे और टेस्ट मैच के बाद हम सभी एक बस में सवार हो गए और हम वापस होटल जा रहे थे। दुनिया में कभी भी आपने ऐसा दिन नहीं देखा होगा। यह आपको खेल की गुणवत्ता और शक्ति को दिखाता है जो वास्तव में हम सभी को एकजुट कर सकता है।
आईपीएल के बारे में मोर्ने मोर्कल का बयान
मोर्कल ने कहा कि आईपीएल ईमानदारी से एक कठिन लीग है। मैच देर से समाप्त होते हैं और हमेशा एक पार्टी या प्रायोजित समारोह जैसा कुछ होता है जिसमें आपको भाग लेने की आवश्यकता होती है। एक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के तौर पर आपको मजबूर नहीं किया जाता है बल्कि आपको अपना चेहरा दिखाने की जरूरत होती है। आप बैक टू बैक गेम खेल रहे होते हैं और कुछ फंक्शन अंडरग्राउंड भी होते हैं। उन्हें पूरा करने के बाद घड़ी देखने पर उसमें सुबह के पांच बज रहे होते हैं। सुबह 5 बजे जब दूसरे लोग नाश्ता कर रहे होते हैं तो हाथ में व्हिस्की लेकर बैठना काफी अजीब लगता है। लेकिन उन समारोहों में बैठना और दुनिया भर के खिलाड़ियों से जुड़ना एक अविश्वसनीय अनुभव है।
संयोग से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद मोर्ने मोर्कल 2018 में ऑस्ट्रेलिया चले गए। नवंबर 2020 में ऑस्ट्रेलिया के स्थायी निवासी बनने के बाद उन्हें ब्रिस्बेन हीट द्वारा उस सीज़न की बिग बैश लीग के लिए एक स्थानीय खिलाड़ी के रूप में चुना था।