Fans Angry on Rohit Sharma: भारतीय टीम (Indian Cricket Team) ने रोहित शर्मा की कप्तानी में इतिहास रचते हुए 17 साल के लंबे इंतजार के बाद टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब अपने नाम किया। यह भारतीय क्रिकेट के इतिहास में दूसरा टी20 वर्ल्ड कप खिताब है। भारत ने जब खिताब अपने नाम किया था तो टीम के सभी सदस्य काफी खुश नजर आए थे। खिलाड़ी से लेकर कोचिंग स्टाफ हर के आंखों में खुशी के आंसू देखने को मिले थे। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा भी काफी खुश और भावुक नजर आए थे। उन्होंने खुशी में बारबाडोस के मैदान पर भारत के तिरंगे झंडे को गाड़ा था।
रोहित का ऐसा करना उस वक्त फैंस को काफी पसंद आया था लेकिन अब सोशल मीडिया पर कुछ फैंस हिटमैन पर तिरंगे का अपमान करने का आरोप लगा रहे हैं। फैंस रोहित पर क्यों ऐसा आरोप लगा रहे हैं आइए जानते हैं।
फैंस ने रोहित शर्मा पर लगाए गंभीर आरोप
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने जब तिरंगे को बारबाडोस के मैदान पर गाड़ा था तो उस वक्त झंडे के हिस्से का कुछ भाग जमीन को छू गया था। झंडे के जमीन को छूने को लेकर ही बवाल मचा हुआ है। कुछ फैंस इसे लेकर ही रोहित शर्मा को घेर रहे हैं। रोहित ने हाल ही में बारबाडोस में झंडा गाड़ने की तस्वीर को अपने प्रोफाइल पिक्चर में भी लगाया है। फैंस सोशल मीडिया पर हिटमैन को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
(राष्ट्रीय ध्वज को ज़मीन, फ़र्श या पानी में नहीं छूना चाहिए। ध्वज के साथ एक अलग प्रोफाइल पिक्चर का उपयोग करना बेहतर होता, क्योंकि यह कुछ हद तक अपमानजनक है।)
(मैं भी हमेशा से यही सोच रहा था कि झंडे को जमीन में टच नहीं होना चाहिए।)
(मेरे हिसाब से एक होता है झंडे को नीचे रख देना जैसे धोनी से वो फैन मिलने आ गया था उनके हाथ में झंडा था वो टच हो रहा था। यहां वो जमीन में झंडे को गाड़ रहा है स्टैंडिंग पोजिशन में मेरे हिसाब से यह गलत नहीं है लेकिन सबका अपना नजरिया हो सकता है।)
(मैं भी इसे लेकर चिंतित था जब वह ऐसा कर रहे थे।)
(शर्म की बात है, मैंने कभी किसी भारतीय कप्तान को भारतीय ध्वज का अपमान करते नहीं देखा, यह बेहद अपमानजनक है। रोहित शर्मा आपको तुरंत कप्तानी से इस्तीफा दे देना चाहिए अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो फिर बीसीसीआई को को उन्हें बाहर कर देना चाहिए। देश पहले कप्तान बाद में।)
क्या कहते हैं नियम
भारतीय झंडा संहिता के 3.20 के अनुसार तिरंगे को फहराने के समय वह जमीन, फर्श और पानी में घिसटने का छूने नहीं देना चाहिए। हालांकि रोहित जब बारबाडोस के मैदान पर झंडा फहरा रहे थे उस वक्त उनकी मंशा अपमान करने की नहीं थी। रोहित उस समय काफी भावुके थे और भारत की कामयाबी की खुशी में विदेशी सरजमीं पर भारत का झंडा फहरा रहे थे।