इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस साल दिसंबर से बहुचर्चित एशेज (Ashes) सीरीज खेली जानी है। कुछ दिनों पहले ही इंग्लैंड ने अपनी टीम की घोषणा करते हुए दौरे पर जाने की पुष्टि की। हालांकि इससे पहले इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रेलिया जाने में आपत्ति जताई थी और इसी पर ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान टिम पेन (Tim Paine) ने ताना मारते हुए बयान दिया था। इसी को लेकर इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन (James Anderson) ने पलटवार करते हुए कहा कि बायो-बबल थकान और संभावित मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों का हवाला देते हुए इस तरह के बयान "खतरनाक" साबित हो सकते हैं।
टिम पेन ने कुछ समय पहले ही इंग्लैंड के खिलाड़ियों को लेकर कहा था कि उन्हें कोई जबरदस्ती ऑस्ट्रेलिया नहीं बुला रहा है। यदि आप नहीं आना चाहते हैं, तो न आएं।
एशेज सीरीज दोनों देशों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होती है और हर बार इसमें खिलाड़ियों के बीच शब्दों का आदान-प्रदान होता है। हालांकि मौजूदा समय को देखते हुए एंडरसन का मानना है कि इस बार शब्दों को लेकर सम्मानजनक ही रहना चाहिए। एंडरसन ने द टेलीग्राफ को बताया,
इस तरह से बात शुरू करना खतरनाक है, खासकर जब हमारे पास पहले से ही एक खिलाड़ी मिसिंग है क्योंकि वह अपने मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल कर रहा है। मुझे मालूम है कि यह एक एशेज सीरीज है और हम क्रिकेट से दूर इस तरह की पैंटोमाइम चीजें रखने जा रहे हैं, लेकिन इसे सम्मानजनक रखें।
हमें मैदान पर अपने कार्य पर ध्यान केंद्रित करना होगा - जेम्स एंडरसन
जेम्स एंडरसन का मानना है कि इस तरह की चीजें के केवल आपका ध्यान भटकाने के लिए होती हैं लेकिन हमें पूरी तरह से मैदान के अंदर अपने कार्य पर ध्यान देना। उन्होंने आगे कहा,
यह हमें विचलित करने के लिए बनाया गया है। हमेशा छोटी चीजें होती हैं जो फसल होती हैं। यह अनिवार्य है लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि हम जितना हो सके क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करें। यही हमारा काम है। हमारा काम वास्तव में शब्दों की लड़ाई में शामिल होना नहीं है। हमें मैदान पर अपने कार्य पर ध्यान देना होगा और अपने देश के लिए प्रदर्शन करना होगा।
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज सीरीज की शुरुआत 8 दिसंबर से ब्रिस्बेन टेस्ट से होगी।