Jasprit Bumrah equals Kapil Dev and Anil Kumble record: भारतीय तेज गेंदबाज और पर्थ टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कप्तानी कर रहे जसप्रीत बुमराह ने पहली पारी में पंजा खोल दिया है। पहले दिन का खेल समाप्त होने तक चार विकेट लेने वाले बुमराह ने दूसरे दिन अपने पहले ओवर की पहली गेंद पर ही विकेट निकाला। बुमराह ने एलेक्स कैरी को विकेट के पीछे कैच आउट कराया और इसके साथ ही अपना पंजा खोला। इस पंजे के साथ ही बुमराह ने दो बड़ी उपलब्धियां अपने नाम करते हुए अनिल कुंबले और कपिल देव की बराबरी की है।
SENA देशों में जसप्रीत बुमराह ने की कपिल देव की बराबरी
साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया (SENA) में मिलाकर यह बुमराह का टेस्ट में सातवां फाइव विकेट हॉल है। इसके साथ ही वह SENA में संयुक्त रूप से सर्वाधिक फाइफर हासिल करने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने कपिल देव की बराबरी की है जिन्होंने सात फाइफर SENA देशों में लिए थे।
इन दोनों के बाद जहीर खान का नंबर आता है जिनके इन देशों में छह फाइव विकेट हॉल हैं। भागवत चंद्रशेखर ने भी SENA देशों में छह फाइफर लिए हैं।
कप्तानी में अनिल कुंबले के बराबर पहुंचे बुमराह
बुमराह ने कप्तान के तौर पर पंजा खोला है और लगभग 17 सालों बाद किसी विदेशी कप्तान ने ऑस्ट्रेलिया की धरती पर पंजा खोलने में सफलता पाई है। बुमराह से पहले जिस विदेशी कप्तान ने यह कारनामा किया था वह भी भारतीय ही थे। अनिल कुंबले ने दिसंबर 2007 में मेलबर्न में खेले गए बॉक्सिंग-डे टेस्ट की पहली पारी में कुंबले ने 25 ओवर फेंकते हुए पांच विकेट अपने नाम किए थे।
ऑस्ट्रेलिया में पंजा खोलने वाले कप्तानों में भारत के अलावा कोई अन्य एशियाई शामिल नहीं है। भारत के लिए कुंबले और बुमराह के अलावा पहले भी दो दिग्गज ऐसा कर चुके हैं। बिशन सिंह बेदी और कपिल देव का नाम इसमें शामिल है। बेदी एक से अधिक बार ऐसा करने वाले इकलौते भारतीय और एशियाई हैं। बेदी ने तीन फाइव विकेट हॉल 1977 में लिए हैं जिसमें एक टेस्ट की दोनों पारियों में फाइफर लेना भी शामिल रहा है। 1985 में कपिल देव ने पारी में आठ विकेट लेते हुए ये कारनामा किया था।