पाकिस्तान टीम के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद का मानना है कि क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग करने वालों के खिलाफ कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनेल में कहा कि खेल में करप्शन करने वाले खिलाड़ियों को फांसी की सजा दी जाना चाहिए।
अपने फैंस के साथ बातचीत के दौरान जावेद मियांदाद ने कहा कि ऐसा स्पॉट फिक्सिंग करने वाले खिलाड़ी दूसरा चांस डिजर्व नहीं करते हैं और उन्हें हमेशा के लिए क्रिकेट खेलने से बैन कर देना चाहिए। उन्होंने इसके अलावा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की भी आलोचना की है, क्योंकि वो मैच फिक्सिंग करने वाले खिलाड़ियों की तरफ काफी नरम हैं।
यह भी पढ़ें: मुंबई इंडियंस की ऑलटाइम आईपीएल इलेवन पर एक नजर
जावेद मियांदाद का कहना है,
"जो भी खिलाड़ी स्पॉट फिक्सिंग करते हैं, उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए। स्पॉट फिक्सर्स को भी फांसी दी जानी चाहिए, क्योंकि उनका गुनाह भी किसी के खून करने सामान है। इसी वजह से इसकी सजा भी उतनी ही सख्त होनी चाहिए। एक उदाहरण पेश करने की जरूरत है, जिससे कोई भी खिलाड़ी ऐसा करने की हिम्मत न करें। ऐसी चीजें हमारे धर्म के खिलाफ है।
पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ने यह भी कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड भी ऐसे खिलाड़ियों को माफ करके सही नहीं कर रही है। ऐसे खिलाड़ियों को जो वापस लेकर आते हैं उन्हें खुद के ऊपर शर्म आनी चाहिए।
आपको बता दें कि 2010 में पाकिस्तान के इंग्लैंड के दौरे पर उस टीम के कप्तान सलमान बट्ट, मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर स्पॉट फिक्सिंग करते हुए पाए गए थे। इसके बाद तीनों को जेल जाना पड़ा था और बैन भी लगा था। हालांकि तीनों ही खिलाड़ी बैन खत्म होने के बाद वापसी कर चुके हैं। मोहम्मद आमिर ने पाकिस्तान के लिए भी खेल चुके हैं और वो मौजूदा टीम के नियमित सदस्य भी हैं।
निश्चित ही जावेद मियांदाद का गुस्सा फूटना जायज है, क्योंकि जो भी खिलाड़ी स्पॉट फिक्सिंग करते हैं उससे क्रिकेट के साथ-साथ देश का नाम भी खराब होता है। इसी वजह से उन्होंने सख्त सजा देने की मांग की है।