पूर्व बल्लेबाज जावेद मियांदाद (Javed Miandad) का मानना है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को बाबर आजम (Babar Azam) से कप्तानी को लेकर स्पष्ट बात करनी चाहिए। बाबर ने पाकिस्तान की तीनों ही फॉर्मेट में कप्तानी संभाल रखी है और काफी अच्छा प्रदर्शन भी किया है। हालांकि बल्ले के साथ उनका हालिया प्रदर्शन सवालों के घेरे में रहा है। इसी वजह से कयास लग रहे हैं कि कहीं कप्तानी का दबाव उनकी बल्लेबाजी को तो नहीं प्रभावित कर रहा।
बाबर आजम ने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टी20 सीरीज में एक शतक जड़ा है और छठे मैच में 87 रन की पारी भी खेली थी। वहीं मियांदाद का कहना है कि पीसीबी को कप्तानी के साथ बाबर की सुख-सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए फैसला लेने की जरूरत है।
पूर्व बल्लेबाज ने कहा,
बाबर विश्व स्तरीय बल्लेबाज हैं। लेकिन बोर्ड को उनसे पूछना चाहिए कि क्या कप्तानी उन पर भारी पड़ रही है। उनके और बोर्ड के बीच एक ईमानदार बातचीत होनी चाहिए। अगर उन्हें लगता है कि वह बल्ले से और मैदान में नेतृत्व दोनों से प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं, तो कप्तानी बरकरार नहीं रहनी चाहिए। हालांकि, बोर्ड को बाबर को स्पष्ट करना चाहिए कि वह कप्तान के लिए उनकी प्राथमिक पसंद हैं।
पाकिस्तानी खिलाड़ियों के एप्रोच को लेकर भी जावेद मियांदाद ने रखे अपने विचार
मियांदाद ने इस बारे में भी बात की कि भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए पाकिस्तानी क्रिकेटरों को अपने खेल को किस तरह से एप्रोच करना चाहिए। उन्होंने कहा,
खिलाड़ियों को पहले पाकिस्तान के लिए खेलने के बारे में सोचने की जरूरत है। एक बार जब आप पाकिस्तान के लिए अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं, तो आप स्वचालित रूप से एक अतिरिक्त प्रयास करेंगे चाहे आप गेंदबाजी कर रहे हों, बल्लेबाजी कर रहे हों या फील्डिंग कर रहे हों। पाकिस्तानी खिलाड़ियों को यह महसूस करना होगा कि वे अच्छे हैं और इसलिए वे अंतिम एकादश में हैं। यह सवाल नहीं होना चाहिए कि क्या आप काफी अच्छे हैं। आप अच्छे हैं, अब आपको बस वही करना है जो आपको उस दिन करने के लिए कहा गया है।
पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही रही सात मैचों की सीरीज अंतिम मैच तक पहुँच चुकी है। दोनों ही टीमों ने तीन-तीन मुकाबलों में बाजी मारी है और आज निर्णायक मुकाबला है।