Jhulan Goswami cricket journey: भारत में क्रिकेट के प्रेमी ज्यादा हैं। छोटे बच्चों से लेकर उम्रदराज लोगों तक, सभी को यह खेल काफी पसंद आता है। हालांकि, आज के समय में क्रिकेट केवल पुरुषों तक सीमित नहीं हैं। क्रिकेट के मैदान पर महिला क्रिकेटर्स भी अपना दमखम दिखा रहीं हैं। भारतीय पुरुष क्रिकेटर्स के लाखों फैंस हैं लेकिन महिला क्रिकेटर्स की भी फैन फॉलोइंग कुछ कम नहीं है। महिला क्रिकेटर्स ने अपने शानदार प्रदर्शन से सिर्फ देश में ही नहीं विदेशों तक अपनी पहचान बना ली है।
महिला क्रिकेटर्स की लिस्ट में एक ऐसा नाम झूलन गोस्वामी का भी है, जो आज के समय में किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। झूलन के नाम अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है। मिताली राज से पहले इस दिग्गज ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तानी भी की थी। इस आर्टिकल में हम आपको झूलन से जुड़े कुछ खास किस्से बताने जा रहे हैं।
बचपन से ही क्रिकेट खेलने का था शौक
झूलन गोस्वामी का जन्म 25 नवम्बर 1982 पश्चिम बंगाल में हुआ था। झूलन की मां का नाम झरना और पिता का नाम निशित गोस्वामी है। झूलन के पिता इंडियन एयरलाइंस में काम करते हैं। जिले के चकदा कस्बे में ही झूलन ने अपनी शुरुआती पढ़ाई पूरी की। झूलन को बचपन से ही क्रिकेट खेलना पंसद था, जिसकी वजह से अपनी गली के लड़कों के साथ ही क्रिकेट खेलने लग जाती थीं उनकी मां को अपनी बेटी का लड़कों के साथ क्रिकेट खेलना पसंद नहीं था। इसी वजह से झूलन को कई बार घर पर डांट भी पड़ी।
मजाक उड़ने की वजह से लिया तेज गेंदबाज बनने का फैसला
बचपन में झूलन टेनिस बॉल से गेंदबाजी करती थीं और गली के लड़के उनकी गेंदबाजी पर चौके-छक्के लगाते थे। गली के लड़के झूलन की गेंदबाजी को लेकर उनका मजाक बनाते थे, यहीं से उनकी तेज गेंदबाज बनने की यात्रा शुरू हुई। झूलन ने एमआरएफ एकेडमी से ट्रेनिंग ली थी। उन्हें पहली बार भारतीय महिला क्रिकेट टीम में इंग्लैंड के खिलाफ जनवरी 2002 में वनडे सीरीज खेलने का मौका मिला और इसके बाद इस खिलाड़ी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
झूलन गोस्वामी के नाम कई बड़े रिकॉर्ड दर्ज हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तीनों फॉर्मेट को मिलाकर 355 विकेट चटकाए, जो किसी भी महिला गेंदबाज द्वारा सर्वाधिक हैं। इसके अलावा वह वनडे फॉर्मेट में भी सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज हैं। उन्होंने 20 साल से ज्यादा समय तक क्रिकेट खेला और ऐसा करने वाली मिताली राज के बाद सिर्फ दूसरी महिला खिलाड़ी हैं। झूलन ने साल 2022 में अपने क्रिकेट करियर पर विराम लगा दिया था।