Joe Root About Ben Stokes Workload: इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स हमेशा ही अपना पूरा जोर लगाने को देखते हैं और आखिरी दम तक चीजों को अपनी टीम के पक्ष में करने का प्रयास करते हैं। ऐसा ही कुछ लॉर्ड्स में भी उन्होंने किया और इसका फायदा इंग्लैंड को 22 रन की जीत के रूप में मिला। स्टोक्स ने गेंदबाजी में दमखम लगाया और एक लंबा स्पेल भी फेंका। इससे उनका वर्कलोड जरूर बढ़ा होगा लेकिन इंग्लिश कैप्टेन ने इसकी परवाह किए बिना अपनी टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास किया। अब स्टोक्स को लेकर साथी खिलाड़ी जो रूट ने बड़ा खुलासा किया है। रूट ने कहा कि जब वह कप्तानी करते थे तो गेंदबाजी के मामले में वर्कलोड को लेकर स्टोक्स उनकी नहीं सुनते थे।
एजबेस्टन में भारत द्वारा इंग्लैंड को 336 रनों से हराकर सीरीज 1-1 से बराबर करने के बाद, स्टोक्स लॉर्ड्स में काफ़ी दबाव में थे। 34 वर्षीय इस खिलाड़ी ने लॉर्ड्स की मुश्किल पिच पर दोनों पारियों में महत्वपूर्ण पारियां खेलीं, लेकिन उनका सबसे अहम योगदान गेंद से रहा। हाल ही में चोटों से जूझने के बावजूद, स्टोक्स ने दोनों पारियों को मिलकार कुल 44 ओवर डाले और पांच अहम विकेट चटकाए। उनके इस प्रदर्शन की इंग्लैंड की जीत में अहम भूमिका रही।
बेन स्टोक्स की फिटनेस को लेकर चिंता में थे जो रूट
चौथे टेस्ट से पहले बोलते हुए, जो रूट ने स्वीकार किया कि उन्हें इस बात की चिंता थी कि क्या यह ऑलराउंडर मैच के अंत तक अपनी फिटनेस बरकरार रख पाएगा। बीबीसी स्पोर्ट के हवाले से उन्होंने कहा:
"वह हमेशा मेरी बात नहीं सुनता। जब मैं कप्तान था, तब भी उसने मेरी बात नहीं सुनी। लेकिन, नहीं, वह जानता है कि वह क्या कर रहा है और उसे अपनी शारीरिक स्थिति पर अच्छी पकड़ है। यह एक अविश्वसनीय प्रयास था। वह बस एक खिलाड़ी बनने और चीजें करने के लिए बेताब है। ऐसा कर पाने के लिए अविश्वसनीय प्रयास। मुझे बस डर लग रहा था कि कुछ गंभीर चोटों के बाद वह मैच में टिक नहीं पाएगा, लेकिन अब उसे अपने शरीर पर पूरा भरोसा है।"
आपको बता दें कि बेन स्टोक्स ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी के साथ-साथ फील्डिंग में भी जबरदस्त प्रदर्शन किया और पहली पारी में केएल राहुल-ऋषभ पंत के बीच खतरनाक हो रही साझेदारी को उन्होंने ही तोड़ा था। स्टोक्स ने गजब की फुर्ती दिखाते हुए पंत को रन आउट किया था।