इंग्लैंड (England Cricket team) के टेस्ट कप्तान जो रूट (Joe Root) ने कहा कि एशेज सीरीज (Ashes Series) के बाद उनका ध्यान अजीम रफीक (Azeem Rafiq) से मिलकर नस्लभेदी संबंधी विषय पर बातचीत करने का है। रूट जब यॉर्कशायर (Yorkshire) में रफीक के टीम साथी थे, तब उन्होंने किसी भी प्रकार की नस्लभेदी घटना से इंकार किया।
2020 में नस्लीय आरोपों के कारण सुर्खियों में आए अजीम रफीक ने डीसीएमएस सुनवाई में कुछ विस्फोटक जानकारी दी है। इसका एक हिस्सा यह है कि 31 साल के गैरी बैलांस ने नियमित कलंक बताने के लिए 'केविन' शब्द का उपयोग किया था। रफीक ने साथ ही कहा कि जो रूट इन बातचीत का हिस्सा रहे।
जो रूट को अजीम रफीक से बातचीत करके इस चीजों को ठीक करने की उम्मीद है, लेकिन वह अपने पुराने बयान पर अड़े रहे। रूट ने कहा कि इस घटना से उनकी टीम ने काफी कुछ सीखा।
रूट ने कहा, 'उम्मीद है कि हमे बैठकर इस पूरी स्थिति पर बातचीत करने का मौका मिले। मैंने जो कहा, उस पर अमल करता हूं। मुझे वो घटनाएं याद नहीं है। अगर वो हिस्सा मेरे सामने से गुजरा, तो ऐसा क्षेत्र होगा, जहां मुझे कुछ सीखने की जरूरत है।'
रूट के हवाले से स्काई स्पोर्ट्स ने कहा, 'काफी कुछ काम करने की जरूरत है। इस मामले में काफी ऊर्जा झोंकने की जरूरत है। असल बदलाव लाने के लिए वास्तिवक लोगों की जरूरत है।'
अजीम रफीक की सुनवाई में टिम ब्रेसनन, मैथ्यू होगार्ड, डेविड लॉयड, एलेक्स हेल्स और कई खिलाड़ियों का नाम सामने आया। इस घटना के बाद यॉर्कशायर क्रिकेट क्लब की इज्जत को तगड़ा झटका लगा है।
ड्रेसिंग रूम का माहौल अच्छा बनाने के लिए कुछ भी करना होगा: जो रूट
जो रूट का मजबूती से मानना है कि ड्रेसिंग रूम में सभी के विश्वास और भावनाओं की कद्र की जाए। रफीक जिस चीज से गुजरे, उसके प्रति हमदर्दी जताते हुए रूट ने कहा, 'हमें हर वो चीज करनी होगी, जिससे ड्रेसिंग रूम में फर्क आ सके। किसी को ऐसा महसूस नही होना चाहिए कि उनके साथ अलग तरह का व्यवहार हो रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जरूर शुरू होना चाहिए।'
उन्होंने आगे कहा, 'मेरे ख्याल से रफीक जिस दौर से गुजरे, वहां काफी दुख था और इस घटना से बहुत कुछ सीखने को मिला। हमें हर वो चीज करनी होगी, जिससे खेल को पवित्र रख सकें।'
जो रूट इस समय एशेज सीरीज की तैयारियों में जुटे हुए हैं। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच 8 दिसंबर से पहला टेस्ट मैच ब्रिस्बेन में खेला जाएगा।