Josh Hazlewood Disappointed For His Injury: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के 3 टेस्ट मैच हो चुके हैं। जिसके बाद दोनों ही टीमें 1-1 से बराबरी पर है। इस सीरीज के अगले दोनों ही मैच अहम होने जा रहे हैं। ब्रिस्बेन में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को एक बड़ा झटका लगा है, क्योंकि उनके स्टार तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड चोट की वजह से पूरी सीरीज से ही बाहर हो गए हैं। जिससे ये कंगारू गेंदबाज काफी निराश है।
एडिलेड में खेले गए पिंक बॉल टेस्ट मैच में साइड स्ट्रेन में चोट लगने की वजह से बाहर होने के बाद जोश हेजलवुड ने गाबा टेस्ट में वापसी की थी। लेकिन यहां भी उन्हें पिंडली में खिंचाव आ गया और उन्हें बाकी बचे मैचों से बाहर होना पड़ा है। इसके बाद अब ये ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज निराश है, लेकिन वो किसी तरह से जल्द से जल्द वापसी करना चाहते हैं।
जोश हेजलवुड BGT सीरीज से बाहर होने पर हैं निराश
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने चैनल-7 न्यूज के साथ बात करते हुए कहा कि,
“वास्तव में यह बहुत निराशाजनक है। टेस्ट से पहले हर स्थिति पर ध्यान दिया गया। मैं समझ सकता हूं कि अगर यह फिर से मेरी तरफ से है और थोड़ा कमजोर है, लेकिन यह सिर्फ पिंडली में अचानक से आया खिंचाव है। जाहिर है हम इस पर गहराई से विचार करेंगे और देखेंगे कि हम क्या कर सकते हैं, लेकिन यह एक बहुत ही बेतरतीब तरह की चोट लगती है।”
बड़े मैचों को मिस करना है सबसे निराशाजनक बात- हेजलवुड
इसके बाद उन्होंने आगे कहा कि,
“मुझे साइड और पिंडलियों की थोड़ी समस्या रही है। शायद यही दो चीजें हैं जिनकी वजह से मैं पिछले चार सालों में ज़्यादातर समय तक बाहर रहा हूं, लेकिन मैं उम्मीद करता हूं कि मैं डिफेंस में एक और परत जोड़ता रहूंगा और जिम में वापस आ जाऊंगा।"
“मैंने पिछले 12 महीनों में बहुत सी चीजों पर ध्यान दिया है, और यह सिर्फ समय की बात है – वे सिर्फ दो या तीन हफ्ते की छोटी-मोटी चोटें हैं, यह सिर्फ समय की बात है और बड़े मैच मिस करना, इसलिए शायद यही सबसे निराशाजनक बात है।”
इस कंगारू गेंदबाज को उम्मीद है कि अगले साल होने वाले श्रीलंका के दौरे पर वो फिट हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि,
“शायद यही लक्ष्य है। इसलिए अगले कुछ हफ्तों में जो भी हो, उसे वैसे ही लें, जल्दीबाजी में कुछ भी करने की कोई जरूरत नहीं है, बस सब कुछ सही करना है। शायद यहां-वहां कुछ अतिरिक्त दिन लें और चीजों को सही करें और सब कुछ सही करें।”