हाल ही में बाबर आज़म (Babar Azam) ने पाकिस्तान की तीनों फॉर्मेट में कप्तानी छोड़ दी और उनके इस फैसलों कई लोगों को हैरानी भी हुई। हालाँकि, पाकिस्तान के ही पूर्व तेज गेंदबाज जुनैद खान (Junaid Khan) ने इसे एक सही फैसला बताया और और कहा कि कप्तान के रूप में बाबर आज़म ने कोई भी सुधार नहीं किया।
भारत में खेले गए वर्ल्ड कप 2023 में पाकिस्तान की टीम सेमीफाइनल तक भी नहीं पहुंची थी और लीग चरण से ही बाहर हो गई थी। इसके बाद, पाकिस्तान जाकर बाबर आज़म ने तत्काल प्रभाव से तीनों फॉर्मेट की कप्तानी से इस्तीफ़ा दे दिया था।
जुनैद खान ने बताया कि किस तरह पूर्व पाकिस्तानी कप्तान सरफ़राज़ अहमद ने समय के साथ-साथ अपनी लीडरशिप में सुधार किया था और 2017 चैंपियंस ट्रॉफी जीतने में सफल रहे। वहीं बाबर ने चार साल तक कप्तान रहने के बावजूद कोई सुधार नहीं किया।
नादिर शाह के पॉडकास्ट पर बाबर आज़म को लेकर जुनैद खान ने कहा,
बाबर ने कप्तान के रूप में सुधार नहीं किया था। अगर आप सैफी भाई (सरफराज खान) को देखो तो वह समय के साथ सुधार करते रहे। हमने उनके नेतृत्व में चैंपियंस ट्रॉफी जीती, टी20 में दुनिया की नंबर एक टीम बने। लोग कहते हैं कि बाबर की कप्तानी में हम वनडे की नंबर एक टीम बने। लेकिन हम कमजोर टीमों के खिलाफ खेलकर नंबर 1 बने। बाबर जल्दी सीखने वाले खिलाड़ी नहीं हैं। वह विश्वस्तरीय बल्लेबाज हैं लेकिन उनकी कप्तानी उम्मीद के मुताबिक नहीं रही।
बाबर आज़म में आक्रामकता की कमी है - जुनैद खान
जुनैद खान ने बाबर आज़म को लेकर अन्य कप्तानों का उदाहरण दिया और कहा,
पैट कमिंस को देखिए, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को वनडे वर्ल्ड कप जिताया। वह आक्रामक है। विराट कोहली ने भी संघर्ष किया लेकिन उनमें वह आक्रामकता है। एमएस धोनी के संन्यास लेने के बाद वह संघर्ष करते रहे, लेकिन उनका रिकॉर्ड अब भी अच्छा है। लोग कहेंगे कि धोनी और स्टीफन फ्लेमिंग आक्रामक नहीं थे लेकिन वे जानते हैं कि टीम की अगुवाई कैसे की जाती है। बाबर में ये गुण नहीं हैं। आपको लड़कों को बढ़ावा देने के लिए आक्रामकता दिखाने की जरूरत है। उन्होंने चार साल तक सभी प्रारूपों में कप्तानी की है लेकिन कोई प्रगति नहीं हुई।