Usman Ghani Prediction on Karun Nair: इंग्लैंड और भारत के बीच हो रही टेस्ट सीरीज में करुण नायर अपनी खराब फॉर्म को लेकर लगातार फैंस के गुस्से का शिकार हो रहे हैं। लचर प्रदर्शन की वजह से अब उनका सीरीज के बाकी बचे दोनों मैचों में खेल पाना भी मुश्किल लग रहा है। हालांकि, इस मुश्किल घड़ी में नायर को विदर्भ टीम के कोच उस्मान गनी का साथ मिला है। उन्होंने नायर को लेकर भविष्यवाणी की है कि वो सीरीज के बाकी दो मैच में भी प्लेइंग 11 का हिस्सा होंगे। गनी ने इस बात को माना है कि नायर का हालिया फॉर्म उनका साथ नहीं दे रहा। लेकिन उन्हें लगता है कि नायर कुछ बेहतरीन गेंदों पर आउट होने के चलते थोड़े बदकिस्मत रहे हैं। गनी के मुताबिक, नायर सीरीज में कुछ बेहतरीन पारियां खेलने में सफल रहे हैं। गंभीर उनके जज्बे, मानसिक मजबूती और जुझारूपन को देखते हुए उन पर भरोसा बनाए रखेंगे। करुण नायर सीरीज में बना पाए हैं सिर्फ 131 रन दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 8 साल के लंबे इंतजार के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की है, जो कि फीकी साबित हुई है। नायर 3 मैचों की 6 पारियों में 131 रन बनाए हैं जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 40 रन है। सीरीज में कई मौके आए थे, जब नायर रन बनाकर हीरो बन सकते थे लेकिन वो हर बार नाकाम रहे। जब लगता कि अब वो सेट हो गए हैं और कुछ करेंगे, तभी वो आउट होकर उम्मीदों पर पानी फेर देते हैं। इस तरह से मौके गंवाने के चलते नायर पर प्लेइंग 11 से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है। उनकी जगह साई सुदर्शन और ध्रुव जुरेल को मौके मिलने के लगातार बातें सामने आ रही हैं। आठ साल बाद वापसी करना आसान नहीं होताकरुण नायर के फॉर्म को लेकर गनी ने मिड-डे से बातचीत की और कहा, "आठ साल बाद टेस्ट टीम में वापसी करना आसान नहीं होता, लेकिन उन्होंने यह कर दिखाया। उनके अंदर जुनून और जज्बा है। करुण फॉर्म में आने के लिए सिर्फ एक पारी की जरूरत है। वह अच्छा खेल रहे हैं और उन्हें शुरुआत भी मिल रही है। लॉर्ड्स टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने शानदार 40 रन बनाए। अब उन्हें उस पर आगे बढ़ते हुए एक बड़ी पारी खेलनी होगी, जिससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।"विदर्भ टीम के कोच ने आगे कहा, "करुण दुर्भाग्यवश इस इंग्लैंड दौरे पर कुछ बहुत ही अच्छी गेंदों पर आउट हुए हैं। लॉर्ड्स टेस्ट की पिछली पारी में भी उन्हें एक शानदार गेंद मिली, जिसे उन्होंने छोड़ा। लेकिन वह ब्रायडन कार्स की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए। संभव है कि वह उस समय रक्षात्मक मानसिकता में चले गए हों। शायद वह इस दुविधा में थे कि गेंद को खेलें या छोड़ें। लेकिन मुझे लगता है कि उन्होंने जो भी पारियां खेली हैं, वे बहुत ही अच्छी रही हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि उन्हें बाकी दोनों टेस्ट मैचों के लिए टीम में बनाए रखा जाएगा।"