भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के प्रमुख स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ashwin) ने इंग्लैंड के खिलाफ विशाखापट्टनम टेस्ट मैच की दूसरी पारी में जिस तरह की गेंदबाजी की, उसको लेकर पूर्व दिग्गज बल्लेबाज केविन पीटरसन ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि अश्विन केवल अपना 500 विकेट का रिकॉर्ड पूरा करने की तरफ देख रहे थे और इसी वजह से उनसे गेंदबाजी उतनी अच्छी नहीं हुई।
रविचंद्रन अश्विन का प्रदर्शन दूसरे टेस्ट मैच के दौरान उतना अच्छा नहीं रहा। वो केवल तीन ही विकेट पूरे मैच में ले पाए। पहली पारी में एक भी विकेट वो नहीं ले पाए थे और दूसरी पारी में तीन विकेट लिए। अगर अश्विन एक विकेट और हासिल कर लेते तो फिर टेस्ट क्रिकेट में उनके 500 विकेट पूरे हो जाते। इस एक विकेट को हासिल करने के लिए उन्होंने पूरी कोशिश की लेकिन उन्हें विकेट नहीं मिला। अभी अश्विन के टेस्ट मैचों में 499 विकेट हैं और अब उन्हें 500 का आंकड़ा हासिल करने के लिए अगले टेस्ट मैच का इंतजार करना होगा।
अश्विन का ध्यान अपने रिकॉर्ड पर था - केविन पीटरसन
केविन पीटरसन के मुताबिक अश्विन की निगाह अपने रिकॉर्ड पर थी और इसी वजह से इस मैच में वो उतनी अच्छी गेंदबाजी नहीं कर पाए। पीटरसन ने जियो सिनेमा पर बातचीत के दौरान कहा,
अश्विन केवल अपने रिकॉर्ड की तरफ भाग रहे थे। इसी वजह से वो उतनी अच्छी गेंदबाजी नहीं कर पाए जितनी उन्हें करनी चाहिए थी। कुछ एक मौकों पर ही उनकी गेंदबाजी अच्छी रही। मेरे हिसाब से ऑफ स्टंप के बाहर वो ज्यादा खतरनाक थे। उन्हें राउंड द विकेट गेंदबाजी करनी चाहिए थी जबकि उन्होंने बहुत ज्यादा ओवर द विकेट गेंदबाजी की। अश्विन को अपने व्यक्तिगत परफॉर्मेंस की बजाय टीम पर ध्यान देना चाहिए था। वो काफी जबरदस्त गेंदबाज हैं और उन्हें रिकॉर्ड बनाने के लिए सिर्फ एक विकेट चाहिए। 500 विकेट हासिल करते ही वो काफी रिलैक्स हो जाएंगे।