इंग्लैंड (England) के खिलाफ पुणे में पहले वनडे में डेब्यू करते ही क्रुणाल पांड्या (Krunal Pandya) ने धाकड़ खेल का प्रदर्शन करते हुए सभी का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है। भारतीय टीम की पहली पारी समाप्त होने के बाद पांड्या ने अपनी धुआंधार अर्धशतकीय पारी दिवंगत पिता को समर्पित की। क्रुणाल पांड्या ने 31 गेंद खेलते हुए नाबाद 58 रन की पारी खेली।
अपनी धाकड़ पारी के बारे में क्रुणाल पांड्या ने कहा कि मैं यह अपने दिवंगत पिता को समर्पित करता हूँ। उस समय मैं अपने आंसुओं को रोकने का प्रयास कर रहा था।
हार्दिक पांड्या भी हुए भावुक
अपने बड़े भाई का अर्धशतक पूरा होने के बाद हार्दिक पांड्या भी ताली बजाते हुए नजर आए लेकिन वह भावुक भी दिखे। हार्दिक पांड्या पवेलियन में अपने आंसुओं को पौंछते हुए दिखाई दिए। उनके पास बैठे सूर्यकुमार यादव ने उनकी पीठ थपथपाते हुए हौसला दिया और मजबूत रहने के लिए कहा।
इससे पहले भी क्रुणाल पांड्या वनडे कैप मिलने पर भावुक हो गए थे। उन्हें कैप उनके भाई हार्दिक पांड्या ने दी। क्रुणाल जब भावुक हुए तब हार्दिक पांड्या ने उन्हें गले लगाते हुए हौसला दिया। इसके बाद बल्लेबाजी में क्रुणाल पांड्या ने अंतिम ग्यारह में चयन को सार्थक साबित करते हुए इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। उन्होंने आते ही सैम करन के एक ओवर में तीन चौके लगाते हुए इरादे स्पष्ट कर दिए।
भारतीय टीम जब पांच विकेट गंवाकर मुश्किल में थी, उस समय क्रुणाल पांड्या और केएल राहुल ने मिलकर तेज बल्लेबाजी करते हुए न केवल नाबाद अर्धशतक जड़े, बल्कि टीम का स्कोर भी 300 के पार पहुंचा दिया। इंग्लैंड की टीम भी पांड्या की इस पारी से हैरान थी। उन्होंने महज 26 गेंद पर ही पचास रन पूरे कर दिए थे। डेब्यू वनडे मैच में ही इस तरह के खेल से बेहतर शुरुआत नहीं हो सकती।