चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने अपनी गेंदबाजी के दम पर टीम इंडिया को कई विकेट लाकर दिए और कई मौकों पर जीत भी दिलाई। वहीं अब इस खिलाड़ी ने कहा है कि कोलकाता नाइटराइडर्स में शुरुआती दिनों में कैसे टीम के कोच वसीम अकरम और कप्तान गौतम गंभीर का उनके करियर में बड़ा योगदान रहा है। कुलदीप ने कहा कि गौतम गंभीर ने उन्हें टीम में चुने जाने को लेकर आश्वसन दिया था, तो वहीं अकरम ने उन्हें मैच के लिए मानसिक तौर पर तैयारी करने में मदद की थी। वहीं उन्होंने कहा था कि एक समय था जब उन्होंने सुसाइड करने का फैसला कर लिया था।
दरअसल, कुलदीप के क्रिकेट सफर की करें तो उनका ये सफर आसान नहीं रहा है। एक इंटरव्यू में चाइनामैन ने खुलासा किया था कि अंडर-15 में सलेक्शन के वक्त चाइनामैन गेंद नहीं डालने के कारण उन्हें नहीं लिया गया था। इसके बाद वो डिप्रेशन में चले गए थे। इस बात से वो इतने दुखी हो गए थे कि उन्होंने सुसाइड करने तक का फैसला कर लिया था। कुलदीप ने कहा था कि उन्होंने अंडर-15 टीम में सेलेक्ट होने के लिए काफी मेहनत की थी। इसके बाद भी जब सलेक्शन नहीं हुआ, तो वो निराश हो गए थे और उन्होंने मन बना लिया था कि वो अब क्रिकेट को छोड़ देंगे। हालांकि, उनके पिता ने उनका मनोबल बढ़ाया और वो आज यहां तक पहुंचे हैं।
वहीं कोलकाता नाइटराइडर्स की वेबसाइट से कुलदीप यादव ने कहा कि 'मैं आईपीएल-2020 के लिए पूरी तरह से तैयार था। मैंने इसके लिए अच्छी योजना बना रखी थी। मैं इस आईपीएल में सफलता के प्रति शत-प्रतिशत आश्वस्त था।' वहीं पिछले आईपीएल सत्र के बारे में कुलदीप ने कहा कि 'जब मैं आईपीएल में उतरा तो मैंने बहुत अभ्यास नहीं किया था। आईपीएल-2019 का सबसे बड़ा सबक ये रहा कि मैंने सत्र के लिए कोई योजना नहीं बनाई थी।' वहीं गौतम गंभीर को लेकर कुलदीप ने कहा कि 'चैंपियस लीग-2014 से पहले गौतम गंभीर ने मुझे भरोसा दिया था कि मैं हर मैच खेलूंगा। जब आपको कप्तान से इस तरह का भरोसा मिल जाता है, तो ये काफी बड़ी बात होती है। इससे आपको आत्मविश्वास मिलता है और आप अच्छा प्रदर्शन करते हो।'
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कुलदीप ने कोच वसीम अकरम को लेकर कहा कि 'वसीम अकरम सर मुझे काफी पसंद करते थे। वो मुझसे गेंदबाजी को लेकर ज्यादा बात नहीं करते थे, बल्कि वो मुझे मानसिक तौर पर तैयार करते थे। वो मुझे बताते थे कि जब बल्लेबाज तुम्हें दबाव में डाले तो आपको क्या करना चाहिए।' वहीं बात अगर कुलदीप ने टीम इंडिया के लिए अब तक 60 वनडे मैच खेले हैं। जहां उन्होंने 26.16 की औसत से 104 विकेट हासिल किए हैं। वहीं वनडे मैचों में कुलदीप का बेस्ट 25 रन खर्चकर 6 विकेट लेना है। साथ ही कुलदीप ने दो हैट्रिक भी ली है।