इन दिनों सोशल मीडिया पर चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में नए तैयार किये स्टैंड की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। एमए चिदंबरम स्टेडियम जिसे चेपॉक स्टेडियम के नाम से भी जाना जाता है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च में राज्य पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण (SEIAA) ने तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (TNCA) द्वारा इस अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम को अपग्रेड करने के लिए भेजे 139 करोड़ रूपये के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी।
वर्तमान समय में इस स्टेडियम में 31,140 लोगों की बैठने की क्षमता है, जिससे मैचों के दौरान बहुत कम लोगों को ही स्टेडियम में बैठकर मैच देखने का लुत्फ़ मिल पाता था। हालाँकि, बदलावों के बाद, इसमें 5,306 सीटें और उपलब्ध हो जाएँगी। टीएनसीए ने पवेलियन और मद्रास क्रिकेट क्लब ब्लाकों को गिराकर, उन्हें फिर से बनाने की योजना बनाई है। बता दें कि स्टेडियम को आखिरी बार क्रिकेट वर्ल्ड कप 2011 से पहले अपग्रेड किया गया था। हालाँकि, उस समय एक तय सीमा तक ही स्टेडियम में बदलाव करने की अनुमति मिली थी जिसके चलते I, J और K स्टैंड को बंद कर दिया गया था। इसी वजह से यहाँ ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेले जा सके।
एमए चिदंबरम स्टेडियम का यह नाम पूर्व बीसीसीआई और तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष एमए चिदंबरम के नाम पर रखा गया है। आईपीएल की शुरुआत के बाद से इस मैदान को चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के घरेलू मैदान के रूप में भी जाना जाता है।
साल 1934 में इस मैदान पर पहला अंतरराष्ट्रीय मैच भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया था जिसमें इंग्लैंड ने मेजबानों को 202 रनों से मात दी थी। वहीं चेपॉक स्टेडियम में पहला पहला एकदिवसीय मैच 9 अक्टूबर, 1987 में आयोजित हुआ था। भारतीय क्रिकेट टीम ने टेस्ट फॉर्मेट में अपनी पहली जीत इसी शानदार स्टेडियम में इंग्लैंड को हराकर अर्जित की थी।