मैनचेस्‍टर यूनाइटेड के मालिकों ने आईपीएल फ्रेंचाइजी में दिलचस्‍पी दिखाई

मैनचेस्‍टर यूनाइटेड क्‍लब के मालिक अवराम ग्‍लेजर और जोएल ग्‍लेजर
मैनचेस्‍टर यूनाइटेड क्‍लब के मालिक अवराम ग्‍लेजर और जोएल ग्‍लेजर

इंडियन प्रीमियर लीग 2022 (IPL 2022) में दो नई टीमें जुड़ना है, जिसको लेकर बड़ी खबर सामने आई है। दुनिया के सबसे लोकप्रिय फुटबॉल क्‍लब में से एक मैनचेस्‍टर यूनाइटेड (Manchester United) को चलाने वाले मालिक ग्‍लेजर परिवार ने आईपीएल में दिलचस्‍पी दिखाई है।

इंग्लिश प्रीमियर लीग के प्रमुख क्‍लब के मालिकों को बीसीसीआई द्वारा जारी आईटीटी (इन्विटेशन टु टेंडर) मिला, जो बोर्ड ने प्राइवेट इक्विटी कंपनी के जरिये भेजा।

इस बात की पुष्टि की जा सकती है कि मैनचेस्‍टर यूनाइटेड के मालिक दुनिया की सबसे मूल्‍यवान टी20 लीग में दिलचस्‍पी दिखा रहे हैं।

बीसीसीआई द्वारा जारी आईटीटी के मुताबिक अक्‍टूबर के आखिरी सप्‍ताह में बोली जमा करना होगी, जिसकी कुछ सख्‍त धारा हैं। उदाहरण के लिए अगर क्षमतावान बोलीदाता से उम्‍मीद है कि औसतन टर्नओवर 3,000 करोड़ रुपए का जमा करे या फिर निजी नेट वर्थ 2,500 करोड़ रुपए हो, वो ही बोली लगाने के योग्‍य है।

कुछ संभावित बोलीदाताओं ने योग्‍यता के दायरे में शामिल होने के लिए मूल्‍य के कम होने की विशेष गुजारिश की थी, जिस पर बीसीसीआई द्वारा फिर से काम किया गया था।

आईटीटी ने साथ ही विदेशी कंपनियों को आईटीटी लेने की अनुमति दी तो इस शर्त पर बोली जमा करें कि अगर वो बोली में जीते तो अपनी कंपनी का सेट अप भारत में करना पड़ेगा।

10 लाख रुपए में टेंडर दस्‍तावेज उपलब्‍ध

इन विकासों पर ध्‍यान देने वालों ने कहा, 'तो तकनीकी रूप से विदेशी निवेशक अगर इन शर्तों से मेल खाते हैं तो बोली जमा करने के योग्‍य हैं। हमें नहीं पता कि मैनचेस्‍टर यूनाइटेड के मालिक बोली की टेबल पर आएंगे या नहीं। हमें इतना पता है कि उन्‍होंने दिलचस्‍पी दिखाई है।'

आईटीटी हासिल करने वाले अन्‍य हैं अडानी ग्रुप, टोरेंट फार्मा, अरबिंदो फार्मा, आरपी-संजीव गोयनका ग्रुप, हिंदुस्‍तान टाइम्‍स मीडिया, जिंदल स्‍टील, रोनी स्‍क्रूवाला और तीन प्राइवेट इक्विटी खिलाड़ी।

बीसीसीआई के आखिरी बयान के मुताबिक 20 अक्‍टूबर की समयसीमा तय है जहां 10 लाख रुपए में टेंडर दस्‍तावेज उपलब्‍ध है।

इन विकास पर ध्‍यान दे रहे एक सूत्र ने कहा, 'कई लोग आमतौर पर ये टेंडर दस्‍तावेज पढ़ने के लिए हासिल करते हैं। इससे बड़ी इंडस्‍ट्री के दृष्टिकोण के लिए जानकारी जुटाने में काफी मदद मिलती है। उदाहरण के लिए बोली दस्‍तावेज खरीदने से मुझे पता चलेगा कि बीसीसीआई अगली योजना क्‍या बना रहा है। एक और उदाहरण कि अगर डिजनी ने फ्रेंचाइजी खरीदने के लिए टेंडर दस्‍तावेज खरीदा, तो इसका मतलब यह नहीं कि डिजनी की फ्रेंचाइजी खरीदने में रुचि है। वो दस्‍तावेज पढ़ेगा क्‍योंकि इससे वह अपने मीडिया अधिकार की योजना बना पाएगा।'

बीसीसीआई ने अब तक कोई जानकारी नहीं दी है कि बोली जमा करने की आखिरी तारीख 25 अक्‍टूबर से आगे बढ़ाई जाएगी। औपचारिक घोषणा 26 अक्‍टूबर को होने की उम्‍मीद है और बोलियां यूएई में जमा होंगी।

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