भारत और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच अगले साल होने वाले एकमात्र टेस्ट की मेजबानी ओल्ड ट्रैफर्ड के लिए करना मुश्किल है। दरअसल, भारत (India Cricket team) और इंग्लैंड (England Cricket team) के बीच टेस्ट मैच की तारीख दक्षिण अफ्रीका (South Africa Cricket team) के खिलाफ सीमित ओवर सीरीज के मैच से टकरा रही है। ऐसे में स्थान बदला जा सकता है।
डेली मेल के मुताबिक तय कार्यक्रम के मुद्दे और छोटी विंडो उपलब्ध के कारण ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट मैच की मेजबानी के लिए संघर्ष करेगा। मैनचेस्टर को प्रोटियाज टीम के खिलाफ वनडे इंटरनेशनल मैच की मेजबानी करना है और फिर उसके पास अन्य कई प्रतिबद्धताएं हैं।
जहां ईसीबी को टेस्ट मैच की तारीख तय करना है, वहीं इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज से इसकी तकरार हो सकती है। भारतीय टीम को 1-14 जुलाई के बीच इंग्लैंड में छह सफेद गेंद मैच खेलना है और फिर 19 जुलाई को मेजबान टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच खेलना है।
इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच सीरीज 31 जुलाई को खत्म होगी। फिर जल्द ही द हंड्रेड का दूसरा संस्करण शुरू होगा। हालांकि, प्रोटियाज टीम अगस्त में तीन टेस्ट मैच खेलने के लिए रूकेगी।
इंग्लैंड एक ही दिन दो अलग टीमें उतार सकता है
आर्थिक प्रभावों को देखते हुए ईसीबी का आखिरी उपाय भारत के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज को रद्द करना होगा और हो सकता है कि मेहमान पूरी गर्मियों में इंग्लैंड में न रहें। ऐसी भी संभावना है कि एक ही दिन में दो इंग्लिश टीमें एकसाथ मैदान पर खेलती हुई नजर आए।
इंग्लैंड ने 1930 के बाद से कभी दो मैच एक ही दिन नहीं खेले हैं। ईसीबी को इस गर्मी में रद्द किए टेस्ट के कारण हॉस्पिटेलिटी इनकम में 1 मिलियन पाउंड का नुकसान हुआ था। विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम ने अपने खेमे में कोविड-19 मामले के डर से मैनचेस्टर टेस्ट खेलने से इंकार कर दिया था।
इस पर कई पूर्व इंग्लिश क्रिकेटरों ने अपनी भड़ास निकाली थी और भारतीय टीम पर आरोप भी लगाया गया कि उसने इंटरनेशनल क्रिकेट पर आईपीएल को तरजीह दी। तब भारतीय टीम सीरीज में 2-1 की बढ़त पर थी।