कोलकाता नाइट राइडर्स ने 27 मई 2012 को पहली बार आईपीएल का खिताब जीता था और इसी को लेकर उन्होंने ट्वीट किय, लेकिन इसमें उन्होंने मनोज तिवारी को टैग नहीं किया। मनोज तिवारी ने इसी को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। हालांकि बाद में कोलकाता नाइट राइडर्स ने साफ किया कि ऐसा नहीं हो सकता है और प्रूफ दिया कि उन्हें टैग किया गया है।
मनोज तिवारी ने कोलकाता नाइट राइडर्स के ट्वीट के बाद लिखा,
"जी हां, मेरे साथ काफी लोगों की शानदार यादें हैं, जोकि हमेशा रहने वाली हैं। हालांकि आप ट्वीट में मुझे और शाकिब अल हसन को मेंशन करना भूल गए और यह बेइज्जती जैसा है। आपके द्वारा सुबह किया गया ट्वीट हर एक नाइट राइडर के काफी करीब रहेगा।"
कोलकाता नाइट राइडर्स ने जीत को याद करते हुए किया था ट्वीट
दरअसल कोलकाता नाइट राइडर्स के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, जिसमें लिखा था,
"27 मई 2012 यह रात हर एक नाइट राइडर्स के लिए काफी खास रहेगी। पहले टाइटल की काफी याद और इमोशन रहते हैं। आपकी इस ऐतिहासिक जीत की क्या याद है?"
केकेआर ने अपने हैंडल से उस समय टीम के कप्तान गौतम गंभीर, ब्रेंडन मैकलम, सुनील नारेन, ब्रेट ली और फाइनल में मैन ऑफ द मैच बनने वाले मनविंदर बिसला को टैग भी किया। हालांकि उन्होंने शाकिब अल हसन और मनोज तिवारी को टैग नहीं किया।
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आपको बता दें कि यह दोनों बल्लेबाज चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ हुए फाइनल मुकाबले में अंत तक नाबाद रहे थे और कोलकाता नाइट राइडर्स को जीत दिलाई थी। शाकिब अल हसन 7 गेंदों में 11 रन और मनोज तिवारी 3 गेंदों में 9 रन बनाकर नाबाद रहे थे। मनोज तिवारी का नाराज होना इसलिए भी लाजमी है, क्योंकि 2012 में हुए फाइनल मुकाबले में कोलकाता की तरफ से विजयी रन मनोज तिवारी ने लगाए थे।
उन्होंने ड्वेन ब्रावो की गेंद पर चौका लगाते हुए कोलकाता नाइट राइडर्स को पहला टाइटल जिताया। कोलकाता नाइट राइडर्स ने फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स को 5 विकेट से हराया था।
कोलकाता नाइट राइडर्स ने भी मनोज तिवारी द्वारा नाराजगी जताने के बाद जवाब दिया और लिखा,
"मनोज तिवारी ऐसा नहीं हो सकता है। हम कभी अपने हमारी खास रात के स्पेशल नाइट राइडर्स को टैग करना नहीं भूल सकते। आप हमारी 2012 जीत के हीरो थे और हमेशा रहोगे।