मयंक अग्रवाल ने अपने टेस्ट डेब्यू को लेकर कहा है कि मैं उस समय थोड़ा डरा हुआ महसूस कर रहा था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2018 में बॉक्सिंग डे टेस्ट से शुरुआत करने वाले मयंक अग्रवाल ने कहा कि घरेलू क्रिकेट में काफी मैच खेलने का फायदा उन्हें वहां हुआ। अपने क्रिकेटिंग सफर के बारे में मयंक अग्रवाल ने आकाश चोपड़ा से बातचीत की थी जिसे बाद में फेसबुक पर पोस्ट किया गया।
मयंक अग्रवाल से पूछा गया कि घरेलू क्रिकेट में काफी रन बनाने के बाद भी उन्हें भारतीय टीम में आने के लिए इंतजार करना पड़ा, यह कितना कठिन था। उन्होंने कहा कि एक क्रिकेटर के नजरिये से यह अहम हो जाता है कि जब वह शानदार फॉर्म में हो और उच्च स्तर पर प्रदर्शन हो तो उसे मौका मिले। मयंक अग्रवाल ने कहा कि मेरे दिमाग में यह चल रहा था कि अभी मैं अच्छे रन बना रहा हूँ और मौका मिलने पर मैं शानदार प्रदर्शन कर पाउँगा। यह एक ऐसी स्थिति होती है जब आप एक खिलाड़ी के नजरिये से सोच रहे होते हैं।
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मयंक अग्रवाल को लगा था डर
आकाश चोपड़ा ने जब मयंक अग्रवाल को पूछा कि जब आपको मौका मिला तब कैसा लगा। इस पर उन्होंने कहा कि दो तरह से खिलाड़ी सोचता है। एक जब वह कई रन बनाने के बाद मौका मिलने पर भरोसे से भरा होता है। दूसरा जब वह इतनी मुश्किलों से मौका मिलने पर डरा हुआ होता है। मयंक अग्रवाल ने कहा कि मैं डरा हुआ था लेकिन घरेलू क्रिकेट में घंटों क्रीज पर बिताने से उन्हें इसका फायदा मिला।
मयंक अग्रवाल ने पहले ही टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन किया था। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 443 रन बनाकर पारी घोषित की। मयंक अग्रवाल ने पहली पारी में 76 रन बनाए। दूसरी पारी में भी उन्होंने ऐसा ही खेल दिखाते हुए 42 रन की पारी खेली। भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को मैच में 137 रन से हरा दिया। मयंक अग्रवाल के प्रदर्शन ने सभी को आकर्षित किया और उनकी तारीफ भी हुई।