Mayank Rawat Struggle Story: भारत हमेशा से शानदार प्रतिभावान खिलाड़ियों का गढ़ रहा है। समय दर समय भारत से ऐसे तमाम खिलाड़ी निकले हैं, जिन्होंने विश्व क्रिकेट पर अपनी एक अमिट छाप छोड़ी है। हालांकि, बावजूद इसके कई ऐसे क्रिकेटर भी रहे जिन्हें उनकी प्रतिभा के मुताबिक सफल मौके हासिल नहीं हुए और वह छोटे टूर्नामेंट और लीग क्रिकेट तक ही सीमित रह गए।
आज हम आपको ऐसे ही एक क्रिकेटर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने अपने शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन के दम पर क्रिकेट पर अपनी छाप तो छोड़ी लेकिन सेलेक्टर्स की नजरों में नहीं आ सका। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल तो दूर की बात है, इस खिलाड़ी को अभी तक रणजी टीम में भी शामिल नहीं किया है।
ऐसे में जारी दिल्ली प्रीमियर लीग (डीपीएल) में अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत वह हालिया चर्चा का केंद्र बन गया है। हम बात कर रहे हैं ऑलराउंडर मयंक रावत की, जिन्होंने डीपीएल में ईस्ट दिल्ली की ओर से खेलते हुए गेंदबाजी में 15 रन देकर 2 विकेट झटके और बल्ले से 27 गेंदों में 55 रनों की शानदार पारी खेलते हुए टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई है।
विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं Mayank Rawat
मयंक रावत अपने लंबे क्रिकेट करियर के बाद भी कभी सेलेक्टर्स की नजरों में नहीं आए और इसी का नतीजा है कि उनका चयन अभी तक रणजी ट्रॉफी के लिए भी नहीं हुआ है। ऐसे में मयंक रावत ने इस दौरान चार बार आईपीएल ट्रायल भी दिया, लेकिन उसमें भी उनका चयन नहीं हो सका। इसी के साथ मयंक रावत के नाम एक और अनोखा रिकॉर्ड दर्ज है। मयंक रावत उन चुनिंदा क्रिकेटरों में से एक हैं, जिन्होंने विराट कोहली के रिकॉर्ड को तोड़ा है। बता दें कि, बतौर अंडर-14 खिलाड़ी मयंक ने हरियाणा के खिलाफ खेले गए एक मुकाबले में दिल्ली की ओर से दोहरा शतक लगाते हुए विराट कोहली के रिकॉर्ड को ध्वस्त किया था। हालांकि, इसके बाद चोटिल होने के चलते वह कुछ सालों तक क्रिकेट से दूर हो गए थे और संभवतः इसी वजह से उनके बढ़ते क्रिकेट करियर को आज तक संघर्ष झेलना पड़ रहा है।