साउथ अफ्रीका और पाकिस्तान के बीच हुए दूसरे वनडे में क्विंटन डी कॉक (Quinton de Kock) की फेक फील्डिंग को लेकर काफी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। डी कॉक ने फखर जमान (Fakhar Zaman) को झांसा दिया और वो रन आउट हो गए। अब इसको लेकर मेरलिबोन क्रिकेट क्लब यानि एमसीसी की भी बड़ी प्रतिक्रिया आई है।
एमसीसी ने बयान जारी कर कहा है कि अंपायर ये फैसला ले सकते हैं कि क्विंटन डी कॉक ने फखर जमान का ध्यान भटकाने की कोशिश की या नहीं। अफिशियल ट्विटर अकाउंट पर एमसीसी ने लिखा "41.5.1 के नियम के मुताबिक कोई भी फील्डर अगर शब्दों से या अपने एक्शन से बल्लेबाज का ध्यान भटकाने या फिर बाधा पहुंचाने की कोशिश करता है तो फिर ये गलत है। अब ये अंपायर्स के ऊपर है कि वो फैसला लें कि मैदान में असल में हुआ क्या। अगर फील्डर ऐसा करते हुए पाया जाता है तो फिर ये नॉट आउट होगा, 5 पेनल्टी रन भी मिलेंगे, इसके अलावा जो दो रन उन्होंने भागे हैं वो भी मिलेंगे और बल्लेबाज ये तय कर सकेंगे कि अगली बॉल का सामना कौन सा खिलाड़ी करेगा।"
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फखर जमान के रन आउट से छिड़ी बहस
आपको बता दें कि पाकिस्तान की पारी के दौरान लुंगी एन्गिडी 50वां ओवर करने आए और पहली गेंद पर फखर जमान ने दो रन लेने की कोशिश की। एडेन मार्करम ने गेंद को बाउंड्री लाइन से उठाकर कीपर की तरफ थ्रो किया। हालांकि क्विंटन डी कॉक ने इस तरह से इशारा किया जैसे थ्रो नॉन स्ट्राइकर वाले छोर पर गया हो। हालांकि थ्रो सीधा स्ट्राइकर की तरफ आया और विकेटों में जा लगा और फखर जमान रन आउट हो गए। डी कॉक के इशारे की वजह से उन्होंने दौड़ना बंद कर दिया था और इसी वजह से वो क्रीज से बाहर रह गए।
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