ढाका में 6 दिसंबर से बांग्लादेश और न्यूजीलैंड (BAN vs NZ) के बीच दो मैचों की सीरीज के दूसरे टेस्ट की शुरुआत हुई, जिसके पहले दिन गेंदबाजों का बोलबाला देखने को मिला और 15 विकेट गिरे। हालाँकि, इन 15 में से एक विकेट फील्ड में बाधा डालने के कारण गिरा और इसका शिकार बांग्लादेश के अनुभवी बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम (Mushfiqur Rahim) बने। रहीम ने गेंद को हाथ से रोकने का प्रयास किया था और इसी वजह से उन्हें आउट करार दिया गया। हालाँकि, टीम के ऑलराउंडर मेहदी हसन मिराज ने उनका बचाव किया और कहा कि उन्होंने ऐसा जानबूझकर नहीं किया था।
दरअसल, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश ने 47 के स्कोर तक 4 विकेट गंवा दिए थे। यहाँ से मुशफिकुर रहीम (35) ने शहादत होसैन (31) के साथ अर्धशतकीय साझेदारी की और पारी को अच्छे से आगे बढ़ा रहे थे। हालाँकि, पारी के 41वें ओवर में रहीम ने काइल जेमिसन की गेंद को रक्षात्मक तरीके से खेला लेकिन उन्हें लगा कि गेंद विकेटों की तरफ जा रही है और इसी वजह उन्होंने हाथ से गेंद को छिटक दिया। इसको लेकर न्यूजीलैंड टीम ने अपील की और बांग्लादेश के अनुभवी बल्लेबाज को थर्ड अंपायर की मदद से आउट करार दिया गया।
पहले दिन के खेल के बाद, प्रेस कॉन्फ्रेंस में मेहदी हसन मिराज ने कहा कि इस तरह की चीजें फ्लो में हो जाती हैं, कोई भी जानबूझकर नहीं करता है। उन्होंने कहा,
देखो यह जानबूझकर नहीं था, यह सिर्फ फ्लो के साथ हुआ। कोई भी जानबूझकर बाहर आउट नहीं होना चाहता। एक खेल में विभिन्न परिस्थितियों के दौरान दिमाग के पीछे बहुत सी चीजें चल रही होती हैं। वर्ल्ड कप में श्रीलंका के बल्लेबाज के खिलाफ टाइम आउट फैसला हमारे हक़ में रहा था लेकिन आज मुशफिकुर भाई के साथ जो हुआ, वह सब फ्लो में हुआ। जब मैं शॉट खेलने के बाद बल्लेबाजी कर रहा होता हूं और जब गेंद स्टंप के पास आ रही होती है तो आपको तुरंत फैसला करना होता है कि आप क्या कर सकते हैं और क्या नहीं। निश्चित रूप से, उन्होंने जानबूझकर ऐसा नहीं किया।
आपको बता दें कि मुशफिकुर रहीम के आउट होने के बाद, बांग्लादेश की पारी ज्यादा देर नहीं चली और पूरी टीम 172 के स्कोर पर ढेर हो गई। जवाब में खेलने उतरी न्यूजीलैंड को बांग्लादेशी स्पिनर्स ने तंग किया और टीम ने स्टंप्स के समय तक सिर्फ 55 रन बनाये थे और 5 बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए थे।