Merv Hughes test hat-trick in three different overs: क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में लगातार गेंद पर विकेट चटकाना आसान नहीं होता है लेकिन कुछ गेंदबाजों ने ऐसा कारनामा किया हुआ है। कुछ गेंदबाजों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार चार गेंद पर चार विकेट चटका रखे हैं, जो अपने आप में अनोखी बात है। हालांकि, कुछ गेंदबाज ऐसे भी हैं, जिन्होंने हैट्रिक लेने में सफलता हासिल की है। जब कोई गेंदबाज लगातार तीन गेंद पर तीन विकेट ले लेता है तो इसे हैट्रिक माना जाता है। आमतौर पर ये कारनामा एक या फिर दो ओवर और दो पारियों में देखने को मिलता है लेकिन आज हम आपको ऑस्ट्रेलिया के उस तेज गेंदबाज के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने अपनी हैट्रिक को पूरा करने के लिए दो पारी और तीन ओवर का सहारा लिया।
मर्व ह्यूज ने तीन ओवर में पूरी की हैट्रिक
ऑस्ट्रेलिया के मर्व ह्यूज ने साल 1988 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पर्थ में खेले गए टेस्ट मुकाबले में इतिहास रचा था और ऐसे पहले गेंदबाज बन गए थे, जिन्होंने दो पारी और तीन ओवर में हैट्रिक पूरी की। वेस्टइंडीज की पहली पारी के दौरान ह्यूज ने अपने ओवर की अंतिम गेंद पर कर्टली एम्ब्रोस को आउट किया था, जो विपक्षी टीम का आठवां विकेट था। इसके बाद, एक और विकेट गिरा और फिर ह्यूज ने अपने अगले ओवर की पहली ही गेंद पैट्रिक पैटरसन को कैच आउट कराकर वेस्टइंडीज की पारी का अंत कर दिया।
इसके बाद जब वेस्टइंडीज की दूसरी पारी शुरू हुई तो मर्व ह्यूज ने गॉर्डन ग्रीनिज को पहली ही गेंद पर आउट कर दिया और इस तरह अपनी हैट्रिक पूरी की, जो तीन ओवर में पूरी होने के कारण अनोखी बनी।
ऑस्ट्रेलिया को मर्व ह्यूज के जोरदार प्रदर्शन के बावजूद मिली थी हार
इस मुकाबले में वेस्टइंडीज ने अपनी पहली पारी में 449 का स्कोर बनाया था, जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 395/8 का स्कोर बनाकर पारी घोषित कर दी थी। इसके बाद, वेस्टइंडीज ने दूसरी पारी में 349/9 का स्कोर बनाकर 404 का बड़ा लक्ष्य रखा था, जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 234 रन पर सिमट गई थी। इस तरह वेस्टइंडीज ने 169 रन से जीत दर्ज की थी। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया की हार के बावजूद मर्व ह्यूज को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था। ह्यूज ने पहली पारी में पांच और दूसरी में आठ विकेट चटकाए थे। इस तरह उन्होंने दोनों पारियों को मिलाकर कुल 13 विकेट अपने नाम किए थे।